Rajasthan Politics: कांग्रेस के महासचिव सचिन पायलट आज जोधपुर के दौरे पर रहे. जहां कांग्रेस के कार्यकर्ताओं द्वारा उनका भव्य स्वागत किया गया. इसके बाद सचिन पायलट सर्किट हाउस पहुंचे. यहां पर भी कार्यकर्ताओं द्वारा उनका स्वागत किया गया.
सचिन पायलट ने विश्नोई समाज के द्वारा आयोजित खेजड़ली मेले में शिरकत की. जिसके बाद वह दोपहर की रेगुलर फ्लाइट से दिल्ली के लिए रवाना हो गए. सचिन पायलट का जोधपुर दौरा खास रहा. जोधपुर राजस्थान के पूर्व सीएम अशोक गहलोत का गढ़ कहा जाता है. गहलोत के गढ़ में आज पायलट का जादू देखने को मिला. जब वे रेलवे स्टेशन पहुंचे तो यहां पर भारी संख्या में कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के स्वागत में जुटे और उनका 51 किलो की माला के साथ में स्वागत किया गया.
यहां पर कई ऐसे वरिष्ठ नेता दिखे जो कभी अशोक गहलोत के पीछे मार्च पास्ट करते हुए दिखाई देते थे. इसके बाद में जब पायलट सर्किट हाउस पहुंचे तो यहां पर भी नेताओं का उनसे मिलने के लिए तांता लग गया. ना सिर्फ जोधपुर के नेता बल्कि आसपास के जिलों के भी कई नेता यहां पर पायलट की हाजिरी में दिखाई दिए. वरिष्ठ नेताओं की बात करें तो यहां पर विधायक अभिमन्यु पूनिया, भीमराज भाटी, गीता बरबड़ रतन देवासी, पूर्व विधायक व प्रदेश में मंत्री रह चुके सुखराम बिश्नोई, मलखान विश्नोई, परशराम बिश्नोई, महेंद्र बिश्नोई, विक्रम बिश्नोई और हीरालाल मेघवाल दिखाई दिए.
सबसे आकर्षक का केंद्र जोधपुर के 17 साल तक जिला अध्यक्ष रहे वरिष्ठ नेता सईद अंसारी रहे. ऐसा माना जाता है कि सईद अंसारी के 17 साल तक जोधपुर कांग्रेस के जिला अध्यक्ष रहने में सबसे बड़ी भूमिका गहलोत की है. ऐसे में गहलोत के स्वागत के लिए उनका रेलवे स्टेशन पहुंचना और इसके बाद में सर्किट हाउस में बंद कमरे में पायलट के साथ लंबी मुलाकात करना चर्चा का विषय बना रहा.
इसके साथ जोधपुर से लोकसभा चुनाव के प्रत्याशी करण सिंह उचियाड़ा और पाली लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस की प्रत्याशी संगीता बेनीवाल भी पायलट के स्वागत में यहां पहुंचे, लेकिन गुटबाजी यहां पर भी देखने को मिली. जोधपुर के उत्तर और दक्षिण जिला अध्यक्ष में से एक जिला अध्यक्ष नदारद दिखाई दिए.
नरेश जोशी कांग्रेस के जिला अध्यक्ष तो पायलट के स्वागत के लिए पहुंचे लेकिन सलीम खान यहां पर नहीं पहुंचे. पायलट के दौरे के दौरान कांग्रेस दो धड़ों में बंटती हुई दिखाई दी. पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के कुछ खास लोग जिसमें महापौर कुंती देवड़ा, पूर्व मंत्री राजेंद्र सोलंकी और पूर्व विधायक मनीषा पंवार के साथ जिला अध्यक्ष सलीम खान नजर नहीं आए.
पायलट को लेकर नेताओं में खींचतान भी दिखाई दी, नेता पुरजोर कोशिश करते हुए दिखाई दिए कि कौन पायलट के नजदीक ज्यादा से ज्यादा रह सके. जब पायलट सर्किट हाउस से खेजड़ली मेले के लिए रवाना हुए तो यहां पर जोधपुर लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस के उम्मीदवार करण सिंह उचियाड़ा अपनी काली फॉर्च्यूनर में पायलट को बिठाना चाहते थे लेकिन खेजड़ली मेला बिश्नोई समाज का है और श्री जंबो जी महाराज द्वारा सफेद वस्त्र धारण करने के नियम की पालना के तहत बिश्नोई समाज के नेता उन्हें सफेद फॉर्च्यूनर में ही मेले में ले जाना चाहते थे.
इस बीच कई देर तक कशमकश चली और आखिरकार समाज की भावना का आदर करते हुए पायलट सफेद फॉर्च्यूनर में सवार होकर खेजड़ली मेला पहुंचे.