trendingNow/india/rajasthan/rajasthan12064502
Home >>Jyotish

खाना पकाते और खाते वक्त करें ये काम, हो जाएंगे मालामाल

Jyotish Tips: सनातन धर्म में खाना पकाने के साथ-साथ खाना खाने को लेकर कई नियम बनाए गए हैं. अन्न को देवता समान पूजनीय और भोजन को प्रसाद माना गया है. ऐसे में इन नियमों की पालना जरूर करें. 

Advertisement
खाना पकाते और खाते वक्त करें ये काम, हो जाएंगे मालामाल
Zee Rajasthan Web Team|Updated: Jan 17, 2024, 07:27 PM IST
Share

Jyotish Tips: हिंदू धर्म में खाना पकाने के साथ-साथ खाना खाने के लिए भी कुछ नियम बताए गए हैं. इन नियमों का सभी का पालना जरूर करनी चाहिए. कहा जाता है कि अगर खाना पकाते और खाते वक्त भूल से अन्न का अनादर होता है, तो देवी अन्नपूर्णा नाराज हो जाती हैं. ऐसे में घर से मां लक्ष्मी चली जाती हैं. जानिए खाना पकाने और खाने के क्या-क्या नियम हैं? 

  • खाना पकाने से पहले रसोईघर को अच्छे से साफ करना चाहिए. इसके अलावा खाना बनाते वक्त खाना बनाने वाले शख्स को तन-मन से पवित्र होकर भोजन पकाना चाहिए. 
  • खुद भोजन ग्रहण करने से पहले भगवान को भोग लगाना चाहिए. वहीं, अगर भोजन सात्विक न हो या किसी कारण आप भोग नहीं लगा सकते हैं, तो खाने से पहले अन्न का आभार व्यक्त करें. 
  • हिंदू धर्म में भोजन मंत्र भी बताए गए हैं, आप इन मंत्रों का पाठ करें. 'ब्रहमैव तेन गन्तव्यं ब्रहमकर्मसमाधिना ॥ ॐ सह नाववतु। सह नौ भुनक्तु। सह वीर्यं करवावहै। तेजस्विनावधीतमस्तु।' 

खाना खाने की दिशा 
खाना खान के लिए हमेशा सीधे हाथ का प्रयोग करें. उल्टे हाथ से खाना खाने से अन्न का अपमान होता है. ध्यान रखें कि खाना खाते वक्त आपका मुख पूर्व दिशा की ओर हो क्योंकि इसे देवी-देवताओं की दिशा कहा जाता है. इस दिशा की ओर मुख करके भोजन करना शुभ माना जाता है. 

साफ मन से करें भोजन 
खाने खाते वक्त व्यक्ति को तन-मन से पवित्र होना चाहिए. ऐसे में कभी भी झगड़ा करते हुए या मन में गलत भावना उत्पन्न करते हुए भोजन ना करें. 

बिस्तर में बैठकर भोजन करना 
बिस्तर में बैठकर भी भोजन नहीं करना चाहिए क्योंकि ये अशुभ होता है. इसके अलावा भूख से अधिक थाली में खाना ना लें क्योंकि खाना छोड़ने से अन्न की देवी नाराज होती हैं, जिससे घर में धन हानि होने लगती है. 

यह भी पढ़ेंः Bhavishya Malika Puran Predictions: आने वाले समय के लिए हुई 10 डरावनी भविष्यवाणियां, मच जाएगा कोहराम

यह भी पढ़ेंः रास्ते में है बिच्छू घास, इस मंदिर में माता सती से मिलने के तरसते हैं भोले नाथ

Read More
{}{}