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दुर्लभ संयोग में विनायक चतुर्थी आज, भूल से भी ना करें चंद्रमा दर्शन, जोधपुर के पंडित से जानें इच्छा पूर्ति के अचूक उपाय

Vinayak Chaturthi : आज  सर्वार्थ सिद्धि योग, ध्रुव योग , रवि योग और पुष्य नक्षत्र में विनायक चतुर्थी मनायी जा रही है. आज के दिन भगवान गणेश की विशेष पूजा करने से कष्ट दूर हो जाते हैं और सफलता मिलती है. आज बने 3 शुभ योग और पुष्य नक्षत्र के चलते पूरी श्रद्धा के साथ आज की गयी भगवान गणेश की पूजा से सुख समृद्धि का वरदान मिल सकता है. तो चलिए जोधपुर के प्रसिद्ध पंडित ज्योतिषाचार्य डॉ. अनीश व्यास से जानते है, आज के लिए अचूक उपाय क्या है, जो मनोकामना को पूरा कर सकते हैं.

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 Vinayak Chaturthi 2024
Vinayak Chaturthi 2024
Zee Rajasthan Web Team|Updated: Jun 10, 2024, 01:20 PM IST
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Vinayak Chaturthi : आज  सर्वार्थ सिद्धि योग, ध्रुव योग , रवि योग और पुष्य नक्षत्र में विनायक चतुर्थी मनायी जा रही है. आज के दिन भगवान गणेश की विशेष पूजा करने से कष्ट दूर हो जाते हैं और सफलता मिलती है. आज बने 3 शुभ योग और पुष्य नक्षत्र के चलते पूरी श्रद्धा के साथ आज की गयी भगवान गणेश की पूजा से सुख समृद्धि का वरदान मिल सकता है. तो चलिए जोधपुर के प्रसिद्ध पंडित ज्योतिषाचार्य डॉ. अनीश व्यास से जानते है, आज के लिए अचूक उपाय क्या है, जो मनोकामना को पूरा कर सकते हैं.

शुभ योगों में पूजा की विशेष विधि
ध्रुव योग आज शाम 04:48 मिनट तक-  इस समय की गयी भगवान गणेश की पूजा से दोगुना लाभ मिलता है, गणपति बप्पा सारी परेशानियों को छूमंतर कर देते हैं.
सर्वार्थ सिद्धि योग रात 09:40 मिनट तक -इस योग की भी बहुत शुभ बताया गया है. जिसमें पूजा करने और कोई नया कार्य शुरु करने पर सफलता जरूर मिलती है.
रवि योग भी रात  09:40 मिनट तक- सर्वार्थ सिद्धि योग की तरह ही ये योग भी बहुत शुभ है, जिसमें की गयी भगवान गणेश की पूजा से पुरानी समस्याओं का निदान हो जाता है.
आज शाम को अश्लेषा नक्षत्र होगा.

विनायक चतुर्थी पर ना करें ये गलती
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार विनायक चतुर्थी के दिन चंद्रमा दर्शन नहीं करने चाहिए. ऐसा करने पर कोई गलत आरोप लग सकता है या फिर आप झूठे कलंक का भागी भी बन सकते हैं. इसलिए आज चंद्र दर्शन ना करें.

कब होती है विनायक चतुर्थी
हिन्दू पंचांग में हर महीने में दो चतुर्थी तिथि आती है. पूर्णिमा के बाद कृष्ण पक्ष में आने वाली चतुर्थी को संकष्टी चतुर्थी और अमावस्या के बाद शुक्ल पक्ष में आने वाली चतुर्थी को विनायक चतुर्थी कहते हैं. एक साल में लगभग 12 या 13 विनायकी चतुर्थी पड़ती है. 

विनायकी चतुर्थी का महत्व
 विनायक चतुर्थी को वरद विनायक चतुर्थी भी कहा जाता है. आज की गयी पूजा से बुध, राहु-केतु से जुड़े दोष समाप्त हो जाते हैं और मनोकामना पूरी होती है. आज की गयी भगवान गणेश की पूजा से हर इच्छा पूर्ति होती है और जातक उन्नति करता है.
अचूक उपाय
आज श्री गणेश का जलाभिषेक करें और फूल-फल और पीला चंदन आर्पित करें. तिल के लड्डू या मोदक का भोग जरूर लगाए और विनायक चतुर्थी कथा का पाठ करें. आज बीज मंत्र-ॐ गं गणपतये नमः का जप करें.

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