Lok Sabha Election 2024:गुलाबी नगरी जयपुर में देश की एक दर्जन से ज्यादा राज्यों की आंगनबाडी महिला प्रदेशाध्यक्ष का कार्यक्रम आयोजित हुआ.कार्यक्रम में सभी आंगनबाडी महिलाओं ने एक स्वर में कहा जो राजनीति दल देश की 28 लाख आंगनबाड़ी महिला परिवार की बात करेगा लोकसभा चुनाव में यह 28 लाख महिलाऐं उन्हें समर्थन देगी.
ऑल इण्डिया आंगनबाड़ी ऐम्पलाईज फेडरेशन के बैनर तले हुई बैठक हुई.इस बैठक में आंगनबाडी कार्यरत महिलाओं को नियमित करने और मानदेय बढाने की चर्चा की.
देश के अलग-अलग राज्यों से आंगनबाडी प्रदेशाध्यक्षों का सम्मेलन
ऑल इण्डिया आंगनबाड़ी ऐम्पलाईज फेडरेशन राष्ट्रीय संयोजक छोटीलाल बुनकर ने बताया कि आज जयपुर में देश के अलग-अलग राज्यों से आंगनबाड़ी संगठनों का प्रतिनिधित्व करने वाली प्रमुख पदाधिकारी एकत्रित हुई है.
बैठक में केन्द्र सरकार द्वारा मानदेय नहीं बढ़ाने पर विरोध जताया. इस सम्मेलन के जरिये देशभर की 28 लाख आंगनबाडी परिवारों ने तय किया है कि उस राजनैतिक पार्टी का समर्थन करेगें जो इन आंगनबाड़ी महिलाओं के हित में बात करेगा. मानदेय के नाम पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका को केन्द्र सरकार द्वारा 4500 रूपये व 2250 रूपये दिये जाते है.
जिसमें राज्य सरकारें अपने हिसाब से अलग से अंशदान देकर भुगतान करती है जो कुल 6 हजार से लेकर 13 हजार रूपये तक है., राजस्थान में 5000 रूपये से 9500 रूपये तक मानदेय दिया जाता है.जो कि एक मजदूर से भी बहुत कम मानदेय है.
आज देश में बढती महंगाई को देखते हुए आंगनबाडी कार्यरत महिलाओं का परिवार का पालन पोषण भी नहीं चल पा रहा है.वहीं आंगनबाडी केंद्र की महिलाओं द्वारा सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का आमजन में लाभ पहुंचाने का काम कर रही है.
अन्य राज्यों से आई आंगनबाडी प्रदेशाध्यक्षों का कहना है.हिमाचल प्रदेश की प्रदेशाध्यक्ष सुभद्रा ठाकुर ने बताया कि कोरोना काल में आंगनबाडी केंद्र की कार्यरत महिलाओं ने अपनी जान जोखिम में डालकर कोविड मरीजों को कॉवरेंटाइम से लेकर उनकी दैनिक रिपोर्ट का काम किया है.
इसके साथ ही आंगनबाडी कार्यरत महिलाएं जन्म से लेकर मृत्यु तक की कार्रवाई का काम कर रही है.साथ ही मासूम बच्चों को पढाना,प्रसूता महिलाओं,गंभीर बीमारी से पीडित की दैनिक रिपोर्ट बनाना समेत सभी सरकार की जनकल्याण कारी योजनाओं को आमजन तक पहुंचाने का काम कर रही है.
फिर भी आंगनबाडी की कार्यरत महिलाओं को एक मजदूर की मजदूरी से बहुत मानदेय दिया जा रहा है.जयपुर में एकत्रित हुई देशभर की सभी आंगनबाडी महिलाओं ने नियमित करने,मानदेय बढाने समेत कर्मचारी की तरह लाभ देने की मांग रखी है.इस लोकसभा चुनावों में देशभर की 28 लाख आंगनबाडी परिवार उसी राजनीति दल को समर्थन करेगी जो इन आंगनबाडी महिलाओं के हित की बात करेगा.
स्वागत सम्मान
छोटीलाल बुनकर ने बताया कि हम सभी राजनैतिक दलों से अपील कर रहे है कि उनको ज्ञापन भेज रहे है.सम्मेलन में करीब 1 दर्जन से अधिक राज्यों की पदाधिकारी जिसमें यूपी से सावित्री चौधरी व सरिता सिंह, झारखण्ड से बीना सिन्हा, बालमुकुन्द सिन्हा, बिहार से कुमारी गीता, रामसागर शाह, असम से रूपा गोगोई, छत्तीसगढ़ से पार्वती यादव, उत्तराखण्ड से सुशीला खत्री, हिमाचल प्रदेश से सुभद्रा ठाकुर, मध्यप्रदेश से रंजना राणा, महाराष्ट्र से दत्ता देशमुख व राजस्थान से प्रदेशाध्यक्ष लक्ष्मी यादव प्रमुख है.
सम्मेलन में सभी राज्यों से पहुंची आंगनबाडी संगठन प्रदेशाध्यक्ष का ऑल इण्डिया आंगनबाड़ी ऐम्पलाईज फेडरेशन की ओर से स्वागत किया गया. बैठक में राजस्थान के कर्मचारी नेता तेजसिंह राठौड व सन्तोष विजय ने मांगो का समर्थन किया.
बैठक में पारित प्रस्ताव
1. केन्द्र का मानदेय 4500 रूपये से बढ़ाकर तीना गुणा किया जाए
2. मानदेय वृद्धि को उपभोक्ता मूल्य सूचकांक दर से जोडे मंहगाई बढ़ने के साथ कर्मचारियों के मंहगाई भत्ते के साथ-साथ मानदेय वृद्धि हो
3. सेवा शर्तों में सुधार हेतु केन्द्र उच्च अधिकार प्राप्त कमेटी बनायी जाए कमेटी में संगठनों से भी प्रतिनिधि लिया जाए
4. केन्द्र द्वारा गत 5 वर्षों में कोई मानदेय वृद्धि नहीं करने पर खेद जताया गया
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