Nagaur News: कुचामन पुलिस ने एक बड़ी कामयाबी हासिल की है, जब उन्होंने केरल से 2 युवक और 1 महिला आरोपी को गिरफ्तार किया, जिन्होंने एक व्यापारी के साथ 48 लाख रुपये का साइबर फ्रॉड किया था. आरोपियों ने व्यापारी को सस्ते दामों में ईट और लोहा वगैरह बेचने का लालच देकर उनसे 48 लाख रुपये से ज्यादा की रकम ऐंठ ली थी. पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और आगे की जांच शुरू कर दी है.'
बिल्डिंग बनाने वाले व्यापारी को ईट और लोहा सरिया आधी कीमत पर मिले तो उसे कौन नहीं लेना चाहेगा, ऐसा ही कुछ हुआ कुचामनसिटी में , जहां एक स्थानिय व्यापारी से वादा किया गया कि उन्हें ये सब चीजें बाजार से आधे दामों पर मिलेंगी, लेकिन इस स्कीम की सच्चाई सामने आने से व्यापारी खुद को ठगा हुआ महसूस करने लगा तो वह तुरन्त पुलिस की शरण मे पहुँचा.
कुचामन थाना प्रभारी सतपाल चौधरी ने बताया कि कुचामन शहर का एक स्थानीय व्यापारी जो की बिल्डिंग बनाने का कार्य करता है उसकी फेसबुक पर एक महिला के साथ जान पहचान हुई और उस महिला ने उसके बारे में पूरी जानकारी प्राप्त कर उसे ईट व लोहे के सरिया बाजार रेट से कम दामों पर दिलाने का झांसा दिया , व्यापारी ने महिला के खाते में उन्हें ऑनलाइन पेमेंट कर दिया जब व्यापारी को पता चला कि यह मेरे साथ ठगी हो रही है तो वह कुचामन थाने में आकर 10 मार्च को एक रिपोर्ट दर्ज करवाई मामला दर्ज कर प्रकरण की जांच हेड कांस्टेबल रामदेव पुरी को सौंपी गई. जांच में व्यापारी और आरोपियों के बैंक खातों की डिटेल और कॉल डिटेल का विश्लेषण किया गया.
जांच में पाया गया कि वंदना पी आर निवासी थाना कसाबा (कोझीकोड) और श्रीजीत आर नायरनिवासी थाना टाउन (कोझीकोड) के यश बैंक (फरीदाबाद) खाते में पीड़ित की पत्नी के खाते से 27 लाख रुपये ट्रांसफर हुए थे. इसके बाद यह राशि श्रीजीत के फेडरल बैंक खाते में ट्रांसफर कर चेक द्वारा विड्रॉल कर ली गई.
थाना प्रभारी सतपाल चौधरी ने बताया कि यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक डीडवाना-कुचामन हनुमान प्रसाद (आईपीएस) के निर्देशन में नेमीचंद खारिया (आरपीएस) अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कुचामन और अरविंद विश्नोई वृताधिकारी कुचामन सिटी की सुपरविजन में की गई.
आरोपियों से पूछताछ जारी है और ठगी की गई रकम की बरामदगी के प्रयास किए जा रहे हैं. पुलिस अन्य संभावित आरोपियों की तलाश में जुटी है और साइबर ठगी से जुड़े अन्य मामलों की जांच भी जारी है.
फर्जी प्रोफाइल से फंसाया :-
आरोपियों ने सोशल मीडिया पर ''अमुक्ता चंद्रा उर्फ अमू'' नाम से फर्जी प्रोफाइल बनाई और फेसबुक पर एक व्यापारी को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजकर संपर्क साधा. फिर कंस्ट्रक्शन सामग्री की आपूर्ति का झांसा देकर अलग-अलग बैंक खातों में बड़ी रकम जमा करवा ली.
ये है घटना :-
घटना का खुलासा 10 मार्च 2025 का हुआ जब एक स्थानीय व्यापारी ने कुचामन सिटी थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई. व्यापारी ने बताया कि 3-4 महीने पहले फेसबुक पर अमुक्ता चंद्रा नामक लड़की से फ्रेंड रिक्वेस्ट आई थी जिसे उसने स्वीकार कर लिया.
थाना प्रभारी सतपाल चौधरी ने बताया कि ठगी के मामले में तीन आरोपियों को केरला से गिरफ्तार किया गया है जिसमे एक महिला भी है , मुख्य आरोपी महिला की तलाश जारी है ,आरोपियों से पूछताछ जारी है और ठगी की गई रकम की बरामदगी के प्रयास किए जा रहे हैं. पुलिस अन्य संभावित आरोपियों की तलाश में जुटी है और साइबर ठगी से जुड़े अन्य मामलों की जांच भी जारी है.