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ANM ने नहीं खोला दरवाजा, रोते-बिलखते दर्द को सहन कर सर्द रात में तड़पते हुए महिला ने बच्चे को दिया जन्म और...

Rajasthan News: रोते-बिलखते दर्द को सहन कर सर्द रात में तड़पते हुए महिला ने बच्चे को जन्म दिया.  ANM ने दरवाजा नहीं खोला. जानिए पूरा मामला क्या है?

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Zee Rajasthan Web Team|Updated: Jan 04, 2025, 08:25 PM IST
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Rajasthan News: डीडवाना जिले के लाडनूं उपखंड के ग्राम सिंवा के उप स्वास्थ्य केंद्र पर कार्यरत ANM द्वारा, शुक्रवार देर रात को प्रसव के लिए आई महिला की डिलीवरी करवाने से मना करने और महिला का सर्द रात में अस्पताल के बाहर ही खुले में ही प्रसव हो जाने के मामले को प्रशासन ने गंभीरता से लिया है. इस मामले में CMHO ने आरोपी ANM (ऑक्जिलरी नर्स मिडवाइफरी) यानी सहायक नर्स मिडवाइफरी को निलंबित कर दिया है.

CMHO डॉक्टर अनिल जुनदिया के मुताबिक,'' इस मामले में विभागीय जांच की गई थी, जिसमें सिंवा की ANM परमजीत कौर को कार्य के प्रति उदासीनता और लापरवाही बरतने का दोषी पाया गया है. इस मामले में जिला कलेक्टर पुखराज सैन ने ANM को निलंबित करने के आदेश दिए थे, जिस पर कार्रवाई करते हुए ANM को निलंबित कर दिया गया है.''

गौरतलब है कि सिंवा गांव में स्थित उप स्वास्थ्य केंद्र पर शुक्रवार रात को घुमंतू जाति की एक गर्भवती महिला को प्रसव पीड़ा होने पर अस्पताल लाया गया. तो वहां कार्यरत स्वास्थ्य कर्मी परमजीत कौर ने महिला का प्रसव करवाने से मना कर दिया. इसके बाद स्वास्थ्य केंद्र के बाहर ही महिला की डिलीवरी हो गई और उसने एक बच्चे को जन्म दिया.

इस दौरान कड़ाके की सर्दी में प्रसूता दर्द से तड़पती रही. महिला के परिजनों ने लकड़ी से बच्चे की नाल काटी थी, लेकिन डिलीवरी के बाद महिला की लगातार ब्लीडिंग होने लगी, इसके बावजूद ANM ने अस्पताल का दरवाजा नहीं खोला.

घटना की सूचना पर ग्रामीण एकत्रित हो गए और उन्होंने मौके पर एंबुलेंस को बुलवाया, जिसके माध्यम से प्रसूता और उसके बच्चे को लाडनूं के अस्पताल भेजा गया. मगर लाडनूं अस्पताल के चिकित्साकर्मियों ने भी मात्र खानापूर्ति कर दी और महिला को उपचार देने की बजाय उसे डीडवाना जिला अस्पताल रेफर कर दिया. तड़के 4:30 बजे परिजन प्रसूता को लेकर डीडवाना के बांगड़ जिला अस्पताल पहुंचे, जहां उसे भर्ती कर उपचार दिया गया.

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