trendingNow/india/rajasthan/rajasthan12429899
Home >>sawai-madhopur

अपने ही इलाके को भूल गए आपदा राहत एवं प्रबंधन मंत्री किरोड़ी लाल मीणा! उफनते नाले में जान को जोखिम में डालकर निकाली गई शव यात्रा

Sawai Madhopur News: अपने ही इलाके को आपदा राहत एवं प्रबंधन मंत्री किरोड़ी लाल मीणा भूल गए हैं. ऐसा इसलिए भी कहा जा रहा है क्योंकि बार-बार कहने के बाद भी नाले पर पुलिया का निर्माण नहीं हुआ है. जिसके चलते  उफनते नाले में जान को जोखिम में डालकर शव यात्रा निकाली गई.

Advertisement
अपने ही इलाके को भूल गए आपदा राहत एवं प्रबंधन मंत्री किरोड़ी लाल मीणा! उफनते नाले में जान को जोखिम में डालकर निकाली गई शव यात्रा
Arvind Singh Sawai Madhopur|Updated: Sep 14, 2024, 04:10 PM IST
Share

Sawai Madhopur News: सवाई माधोपुर जिले में गुरुवार को हुई भारी बारिश लोगों के लिए आफत बनकर आई. बारिश के चलते जिले में व्यापक पैमाने पर नुकसान हुआ. वहीं कुछ मानवीय संवेदना को झकझोर कर रख देने वाली तस्वीर भी इस दौरान देखने को मिली.

राजस्थान के आपदा प्रबंधन मंत्री डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा के विधानसभा क्षेत्र के जिला मुख्यालय सवाई माधोपुर से मानवीय संवेदना को झकझोर रखने वाली तस्वीरें सामने आईं. यह तस्वीरें स्थानीय जनप्रतिनिधियों एवं स्थानीय प्रशासन के मुंह पर  तमाचा है,जो विवास के वादे तो हजार करते हैं पर लाखों करोड़ों खर्च करने के बाद भी धरातल पर विकास नजर नहीं आता और लोगों को श्मशान तक शव यात्रा सही सलामत ले जाने के लिये भारी जद्दोजहद करनी पड़ती है.

दरअसल, सवाई माधोपुर में जमकर बारिश हुई और सभी नदी नाले उफान पर रहे. इसी दौरान जिला मुख्यालय के पुराने शहर स्थित भैरू दरवाजा के समीप विनोबा बस्ती में एक व्यक्ति की प्राकृतिक रूप से मौत हो गई. समय पर बारिश नहीं रुकने की वजह से शव को श्मशान तक ले जाना और फिर शव का अंतिम संस्कार करना परिजनों और स्थानीय लोगों की मजबूरी बन गया. श्मशान के रास्ते में पड़ने वाले लटिया नाले में बारिश का पानी इस कदर उफान पर था कि लोगों का शव यात्रा लेकर श्मशान तक पहुंचना मुश्किल था. फिर भी लोगों ने हिम्मत जुटाई और शव यात्रा लेकर श्मशान के लिए रवाना हो गए.

भारी बारिश और उफनते लटिया नाले में लोग अपनी जान जोखिम में डालकर उतर गये. उफनते नाले को शव लेकर पार करना लोगों के लिए भारी मुश्किल काम था ,कई जगहों पर शव अर्थी से गिरते-गिरते बचा. शव यात्रा में शामिल लोगों ने एक दूसरे का हाथ मजबूती से थामा ओर उफनते नाले को जैसे तैसे पार किया और शव को श्मशान तक पहुंचाया और अंतिम संस्कार किया.

वार्ड नंबर 23 विनोबा बस्ती की पार्षद मेघा वर्मा ने कहा कि विनोबा बस्ती से श्मशान तक जाने वाले रास्ते में बीच में लटिया नाला पड़ता है. जिस पर आज तक कोई पुलिया नहीं बनी , ऐसे में बारिश के दौरान अगर विनोबा बस्ती के किसी घर में मौत हो जाती है, तो बस्ती वासियों को शव के अंतिम संस्कार के लिए श्मशान तक ले जाने के लिए इसी तरह कड़ी मशक्कत का सामना करना पड़ता है.

पार्षद मेघा वर्मा ने कहा कि बस्ती में रहने वाले एक व्यक्ति की मौत हो गई. तेज बारिश के चलते लटिया नाले में पानी का तेज बहाव था, परंतु शव का अंतिम संस्कार भी होना जरूरी था. जिसके कारण बस्ती वालों को अपनी जान जोखिम में डालकर तेज बहाव के बीच शव को श्मशान तक लेकर जाना पड़ा. पार्षद ने कहा कि विनोबा बस्ती के लोगों के लिए ये एक बहुत बड़ी समस्या है. जिसको लेकर जिला प्रशासन सहित सभी अधिकारियों और विधायक को कई बार अवगत करवाया गया, लेकिन विनोबा बस्ती वासियों की इस समस्या पर किसी भी उच्च अधिकारी एवं विधायक का ध्यान नहीं है.

विनोबा बस्ती के लोगों ने जिला प्रशासन और स्थानीय विधायक से अपील की है कि जल्द बस्ती वासियों को इस समस्या से मुक्ति दिलाई जाए. जिससे की बस्ती में अगर किसी की मृत्यु हो तो श्मशान तक उसकी शवयात्रा को ले जाने के लिए किसी प्रकार की असुविधा ना हो सके. बड़ी बात ये है कि सवाई माधोपुर विधायक डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा प्रदेश के आपदा राहत एवं प्रबन्धन मंत्री है और उनके विधानसभा जिला मुख्यालय के ये हालात है तो बाकी सूबे के क्या हालत होंगे आप अंदाजा लगा सकते है ,ये अलग बात है कि डॉक्टर किरोड़ी ने मुख्यमंत्री को अपना इस्तीफा सौंप रखा है ,पर अभी तक उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं हुआ है. ऐसे में इस तरह की समस्याओं से लोगों को निजात दिलाना उनकी जिम्मेदारी है.

Read More
{}{}