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Khatushyam ji: खाटूश्याम के भक्तों के लिए फाल्गुनी मेले में डोसे से लेकर पिज्जा तक, रोजाना 500 किलो फलों का प्रसाद

Khatushyam ji: सीकर में खाटूश्यामजी का वार्षिक लक्खी मेला भक्तों की आस्था और सेवा का संगम बना. जगह-जगह भव्य भंडारे लगे, तो प्रशासन ने यातायात व पार्किंग व्यवस्था दुरुस्त कर सुगम दर्शन सुनिश्चित किए. भक्तों ने प्रशासन की सराहना की, मेले में भक्ति और उल्लास का माहौल बना रहा.

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Khatu Shyam Ji
Khatu Shyam Ji
Zee Rajasthan Web Team|Updated: Mar 07, 2025, 01:33 PM IST
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Rajasthan News: राजस्थान के सीकर जिले में स्थित खाटूश्यामजी मंदिर में 12 दिवसीय वार्षिक लक्खी मेले का आयोजन धूमधाम से जारी है. इस बार श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने यातायात, पार्किंग और दर्शन मार्गों की सुदृढ़ व्यवस्था की है, जिससे भक्तों को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े. वहीं, मेले में भक्तों के लिए भव्य भंडारों का आयोजन किया गया है, जहां दिन-रात प्रसाद वितरण हो रहा है.

भक्तों की सेवा में लगे 500 से ज्यादा लोग, जगह-जगह भंडारे
खाटूश्यामजी के मेले में भक्तों की श्रद्धा और सेवा भावना का अनूठा संगम देखने को मिल रहा है. रींगस से लेकर खाटू तक के पूरे मार्ग में जगह-जगह भंडारे लगाए गए हैं, जहां श्रद्धालुओं को फास्ट फूड से लेकर साउथ इंडियन डिशेज तक प्रसाद स्वरूप वितरित की जा रही हैं. खास बात यह है कि इन भंडारों में 500 से अधिक लोग 24 घंटे सेवा दे रहे हैं.

भक्तों की आस्था का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि कुछ लोगों ने ब्याज पर पैसे लेकर भंडारे आयोजित किए हैं, तो वहीं कुछ सब्जी विक्रेता और ऑटो चालक हर दिन 500 किलो फल प्रसाद के रूप में वितरित कर रहे हैं. बाबा श्याम के प्रति यह अटूट श्रद्धा और समर्पण ही इस मेले को विशेष बनाता है.

प्रशासन ने संभाली कमान, ट्रैफिक और पार्किंग व्यवस्था दुरुस्त
इस साल मेले में भारी संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने के कारण प्रशासन ने पुख्ता इंतजाम किए हैं. सहायक मेला मजिस्ट्रेट महिपाल राजावत और थानाधिकारी पवन चौबे ने श्याम तोरण द्वार और रींगस-खाटू सड़क मार्ग का निरीक्षण किया, ताकि सुचारु दर्शन की व्यवस्था सुनिश्चित हो सके.

श्रद्धालुओं की सुविधा को देखते हुए प्रशासन ने रींगस से खाटूश्यामजी सड़क मार्ग को नो व्हीकल जोन घोषित कर दिया है. निजी वाहनों को एनएच-52 मंढा मोड़ से डायवर्ट किया गया है, जबकि रोडवेज बसों को सीधे बस स्टैंड तक जाने की अनुमति दी गई है.

छोटे वाहनों के लिए 52 बीघा क्षेत्र में पार्किंग की व्यवस्था की गई है, जहां से श्रद्धालुओं को ई-रिक्शा के माध्यम से मंदिर तक पहुंचाया जा रहा है. वहीं, बड़ी बसों के लिए श्याम सरोवर कॉलोनी, अलोदा रोड और पलसाना बाईपास के पास पार्किंग स्थल निर्धारित किए गए हैं. रेनवाल और दांता से आने वाले वाहनों के लिए भी विशेष पार्किंग व्यवस्था की गई है, जिससे यातायात का दबाव कम हुआ है और जाम की स्थिति नहीं बन रही है.

श्रद्धालुओं के लिए विशेष सुविधाएं, प्रशासन की सराहना
इस बार प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए विशेष पहल की है. पार्किंग स्थलों से मंदिर तक ई-रिक्शा की सेवा निश्चित दरों पर उपलब्ध कराई जा रही है, जिससे बुजुर्गों और महिलाओं को किसी तरह की परेशानी न हो.

जी राजस्थान द्वारा उठाए गए पार्किंग शुल्क के मुद्दे के बाद प्रशासन ने ठेका निरस्त कर दिया, जिससे न केवल स्थानीय ग्रामीणों को राहत मिली बल्कि बाहरी श्रद्धालुओं को भी अधिक शुल्क देने की परेशानी से बचा लिया गया.

आस्था और व्यवस्था का संगम बना खाटूश्यामजी मेला
श्रद्धालु प्रशासन की इस बेहतर व्यवस्था से काफी प्रसन्न नजर आ रहे हैं और उन्होंने सरकार व प्रशासन का आभार जताया है. मंदिर में सुचारु दर्शन, भंडारों में स्वादिष्ट प्रसाद और सुदृढ़ यातायात प्रबंधन ने इस मेले को भक्तों के लिए यादगार बना दिया है.

सहायक मेला मजिस्ट्रेट महिपाल सिंह राजावत व थानाधिकारी पवन चौबे द्वारा निरंतर निगरानी रखी जा रही है, ताकि किसी भी प्रकार की अव्यवस्था न हो और मेले का आयोजन निर्विघ्न रूप से संपन्न हो. बाबा श्याम की कृपा से यह मेला श्रद्धालुओं के लिए आस्था, भक्ति और सेवा का अनूठा संगम बन गया है.

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