Rajasthan News: राजस्थान के सिरोही जिले में पिंडवाड़ा तहसील स्वरूपगंज थाना क्षेत्र के काछोली गांव में झोलाछाप डॉक्टर द्वारा गलत इंजेक्शन लगाने से 8 साल की मासूम बच्ची की मौत हो गई. मासूम बच्ची कुलाबाई खेड़ा निवासी जानवी पुत्री नरपत सिंह की मौत हुई.
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परिजन बच्ची को आबूरोड अस्पताल लेकर गए थे, जहां चिकित्सकों ने बच्ची को मृत घोषित कर दिया. परिजन शुक्रवार रात्रि शव को लेकर स्वरूपगंज अस्पताल पहुंचे. जहां पर पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर सरुपगंज अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया है. पुलिस ने झोलाछाप चिकित्सक गुजरात हाल काछोली निवासी मंसूर अली को हिरासत में लिया है.
सिरोही चिकित्सा महकमे के मुख्य चिकित्सा एंव स्वास्थ्य अधिकारी दिनेश खराड़ी नें बताया कि बच्ची के पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल बोर्ड का गठन कर दिया. पिंडवाड़ा के मुख्य ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी कों पूरे मामले कों लेकर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. साथ ही झोलाछाप डॉक्टर के विरुद्ध भी विभाग द्वारा FIR दर्ज करवाने के निर्देश दे दिए हैं.
CMHO ने कहा कि इस प्रकार नियम विरुद्ध चल रहे अवैध क्लीनिकों पर जल्द प्रभावी कार्रवाई होगी. किसी भी हालत में मानव जीवन से और गरीब लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करने वाले झोलाछाप डॉक्टरों को बख्शा नहीं जाएगा. उनके विरुद्ध प्रभावी कार्रवाई की जाएगी.
अब सवाल यह आखिर क्षेत्र में किसकी पनाह से बिना डिग्री धारी फर्जी झोलाछाप डॉक्टरों का नेटवर्क पनपा है. स्थानीय पिंडवाड़ा बीसीएमओ ने आज तक कोई ठोस कार्रवाई क्यों नहीं की. यदि प्रदेश के चिकित्सा मंत्री उच्च लेवल से जांच करवाकर दोषियों पर नकेल कसे तो कई राज खुल सकते हैं.
आखिर सिरोही जिले में फर्जी झोलाछाप डॉक्टरों को कौन पनपा रहा है और क्यों... यह पहली बार नहीं है. इससे पहले भी फर्जी झोलाछाप डॉक्टरों के इलाज से मौते हो चुकी है. परंतु सख्त कार्रवाई के अभाव में व जिम्मेदारों की मिलीभगत के चलते आज आलम यह है कि हर गांव में फर्जी झोलाछाप डॉक्टर बैठे हैं. परंतु कोई इसपर ध्यान नहीं दे रहा है.
मृतका मासूम बालिका के परिजनों ने थाने में रिपोर्ट सौंपकर कठोर कार्रवाई करने की मांग की है. गलत इंजेक्शन से मासूम की मौत का आरोप लगाया है. स्वरूपगंज थानाधिकारी कमल सिंह ने बताया कि परिजनों ने रिपोर्ट सौंप दी है. जल्द रिपोर्ट के आधार पर मामला दर्ज कर दिया है. जांच पड़ताल कर रहे हैं, जो भी लापरवाही हुई है उसपर सख्त कार्रवाई करेंगे.
सबसे बड़ा सवाल यह भी है कि इन फर्जी झोलाछाप डॉक्टरों को भारी मात्रा में दवाई कौन सप्लाई कर रहा है और आज तक इसपर प्रभावी कार्रवाई क्यों नहीं हुई. हालत यह की कई नामी फार्म कंपनी के लोग सीधे झोलाछाप डॉक्टरों को और कुछ मेडिकल स्टोर वाले इन्हें दवाईयों की खेप पहुंचा रहे हैं. परंतु जिम्मेदार महकमा यह सब आंखे मूंद कर देख रहा है, जिससे उनकी कार्यशैली पर कई सवाल उठना वाजिब है.
पूरे मामले पर सिरोही औषधि नियंत्रण अधिकारी नरेंद्र कुमार का कहना है कि इसकी जांच पड़ताल की जाएगी जो भी झोलाछाप डॉक्टरों को दवाई सप्लाई कर रहा है, उनके विरुद्ध कड़ा एक्शन लिया जाएगा. मैंने अभी-अभी कार्यभार संभाला है जल्द जांच पड़ताल करता हूं.
पिंडवाड़ा तहसील के कछोली गांव में कई फर्जी झोलाछाप डॉक्टर खुलेआम मानव जीवन से खिलवाड़ कर रहे हैं. परंतु स्थानीय स्वास्थ्य महकमा इसपर पूरी तरह मेहरबान है. सवाल यह उठ रहे हैं कि आखिर पिंडवाड़ा बीसीएमओ डॉक्टर भूपेंद्र प्रताप सिंह द्वारा क्षेत्र में फर्जी झोलाछाप डॉक्टरों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई क्यों नहीं की गई. किसकी पनाह से पिंडवाड़ा उपखण्ड मुख्यालय सहित क्षेत्र में झोलाछाप डॉक्टरों का जाल फैला है.
काछोली गांव में आठ वर्षीय बालिका की मौत का जिम्मेदार कौन है. सिरोही के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को भी पूरे मामले पर कड़ी कार्रवाई करनी होगी, जो भी जिम्मेदार हो उनकी जिम्मेदारी तय होनी चाहिए. आज एक परिवार नें मासूम बेटी को खोया है. जो जिम्मेदारों की कार्यशैली पर कई सवाल खड़े कर रहा है.