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Naresh Meena: एसडीएम को थप्पड़ जड़ने वाले नरेश मीणा की जमानत याचिका पर हाईकोर्ट का फैसला...

Rajasthan: राजस्थान हाईकोर्ट ने नरेश मीणा की जमानत याचिका खारिज कर दी है. इस महीने की 15 तारीख को कोर्ट ने जमानत याचिका पर सुनवाई की और आरोपी को फटकार लगाई. यह घटनाक्रम नरेश मीणा के मामले में एक महत्वपूर्ण मोड़ है, जिसमें उन्हें जमानत से वंचित कर दिया गया है.  

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Naresh Meena: एसडीएम को थप्पड़ जड़ने वाले नरेश मीणा की जमानत याचिका पर हाईकोर्ट का फैसला...
Zee Rajasthan Web Team|Updated: Jan 20, 2025, 02:21 PM IST
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SDM Thappad Kand: समरावता कांड में आरोपी नरेश मीणा की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. आज 20 जनवरी को भी उन्हें जमानत नहीं मिली, और अगली सुनवाई के लिए 29 जनवरी की तारीख तय की गई है. यह जानकारी दिलचस्प है कि समरावता कांड में 62 आरोपियों में से नरेश मीणा के अलावा 61 आरोपी जेल से बाहर आ चुके हैं. आज उनियारा कोर्ट में पेशी के दौरान नरेश मीणा को जमानत नहीं मिली, जिसके बाद उन्हें उनियारा से टोंक जेल के लिए पुलिस की कड़ी सुरक्षा में रवाना किया गया. यह मामला समरावता थप्पड़ कांड के बाद आगजनी और हिंसा से जुड़ा है, जिसमें देवली-उनियारा से निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा की गिरफ्तारी हुई थी.
 
 
राजस्थान हाईकोर्ट ने नरेश मीणा की जमानत याचिका खारिज कर दी है, जो इस मामले में एक महत्वपूर्ण मोड़ है. इसी महीने 15 जनवरी को कोर्ट ने जमानत याचिका पर सुनवाई करते हुए आरोपी को फटकार लगाई थी. कोर्ट ने कहा था कि नरेश मीणा मुख्य आरोपी है, जिस पर भीड़ को भड़काने और उपद्रव फैलाने का भी आरोप है. इसके अलावा, इस घटना को सोशल मीडिया पर आरोपी की ओर से ही वायरल किया गया है, जिस पर कोर्ट ने टिप्पणी की कि "ऐसा नहीं चलेगा, एक तो चोरी, ऊपर से सीना जोरी!".
 
 
 
नरेश मीणा को लेकर एक बड़ा विवाद हुआ था जब 13 नवंबर 2024 को देवली-उनियारा में उपचुनाव के दौरान समरावता के ग्रामीणों ने मतदान का बहिष्कार किया था. इस दौरान धरने पर बैठे नरेश मीणा की एसडीएम अमित चौधरी के साथ बहस हो गई, जो इतनी बढ़ गई कि नरेश मीणा ने अधिकारी को थप्पड़ जड़ दिया. इसके बाद मतदान खत्म होने के बाद रात में हिंसा और आगजनी भी हुई. इस घटना के बाद नरेश मीणा की गिरफ्तारी की मांग को लेकर कई जगहों पर विरोध प्रदर्शन भी हुए.
 
 
राजस्थान के टोंक जिले के समरावता में थप्पड़ कांड के बाद से नरेश मीणा जेल में हैं. उनके परिवार को लगता है कि उन्हें जानबूझकर फंसाया गया है. नरेश मीणा के बेटे अनिरुद्र ने डेकवा गांव में एक मंच से रोते हुए कहा कि सरकार और बड़े नेता चाहते हैं कि उनके पिता जेल में ही रहें. अनिरुद्र ने यह भी आरोप लगाया कि सरकार उनके पिता का एनकाउंटर करवाने वाली थी, जिसका हवाला उन्होंने एक सोशल मीडिया पर अपलोड वीडियो के माध्यम से दिया.
 
 
राजस्थान के टोंक जिले में समरावता में थप्पड़ कांड के बाद नरेश मीणा जेल में हैं. उनके परिवार को लगता है कि उन्हें जानबूझकर फंसाया गया है. नरेश मीणा के बेटे अनिरुद्र ने डेकवा गांव में एक मंच से रोते हुए कहा कि सरकार और बड़े नेता चाहते हैं कि उनके पिता जेल में ही रहें. अनिरुद्र ने यह भी आरोप लगाया कि सरकार उनके पिता का एनकाउंटर करवाने वाली थी, जिसका हवाला उन्होंने एक सोशल मीडिया पर अपलोड वीडियो से दिया.
 
 
टोंक के सवाईमाधोपुर विधानसभा के डेकवा गांव में अनिरुद्र ने मंच से अपने परिवार की कठिनाइयों को साझा किया. उन्होंने बताया कि उनके पिता नरेश मीणा की गिरफ्तारी के दिन ही उनके छोटे दादाजी की हार्ट अटैक से मौत हो गई थी. अनिरुद्र ने रोते हुए कहा कि उन्हें और उनके परिवार को उम्मीद है कि लोग उनके साथ खड़े रहेंगे. मंच पर मौजूद लोगों ने अनिरुद्र को भरोसा दिलाया कि वे अकेले नहीं हैं, समाज उनके साथ है और नरेश मीणा को न्याय दिलाने के लिए संघर्ष जारी रहेगा.
 
 
 
 
कांग्रेस नेता प्रह्लाद गुंजल ने मंच से कहा कि वे गरीब-किसानों और आम लोगों के साथ होने वाले अन्याय को मरते दम तक सहन नहीं करेंगे. उन्होंने यह भी कहा कि नरेश मीणा और समरावता को इंसाफ दिलाने के लिए वे प्रयासरत रहेंगे. दूसरी ओर, थप्पड़ कांड के बाद नरेश मीणा की मुश्किलें बढ़ गई हैं. राजस्थान हाईकोर्ट ने मीणा की केस डायरी तलब की है. एक मामला बारां में प्रमोद जैन भाया के घर के बाहर प्रदर्शन से जुड़ा है, जहां नरेश मीणा की मौजूदगी में भीड़ उग्र हुई थी और कोतवाली थाने में मामला दर्ज हुआ था.

 

 
 
 
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