Tonk News: राजस्थान के टोंक जिले के निवाई में नला रोड कच्ची बस्ती में 13 वर्षीय किशोर बालक पंकज रेगर की मृत्यु से जुड़ा हुआ मामला है. मृतक बालक के परिजन और रैगर समाज के लोग कल रात से ही धरने पर बैठे हुए हैं. इस मामले में लगातार तनाव बढ़ता जा रहा है.
वहीं, पुलिस उप अधीक्षक मृत्युंजय मिश्रा, थाना अधिकारी रामजीलाल बैरवा लगातार धरना देने वालों से समझाइए की वार्तालाप कर रहे थे लेकिन पुलिस प्रशासन की वार्तालाप सफल नहीं हो पाई. इसके बाद आज सैकड़ो धरना देने वाले लोग अस्पताल परिसर के सामने धरने पर बैठ गए.
लगातार लोगों की मांग है कि मृतक युवक की हत्या की गई है. अपराधियों को तुरंत गिरफ्तार किया जाए. सरकार की तरफ से पीड़ित पक्ष को मुआवजा दिया जाए. सूचना मिलने पर आज उपखंड अधिकारी सुरेश कुमार, पुलिस उप अधीक्षक मृत्युंजय मिश्रा, थाना अधिकारी रामजीलाल बैरवा अस्पताल परिसर पहुंचे, जहां पर धरना देने वाले लोगों का प्रतिनिधिमंडल अस्पताल परिसर में वार्ता के लिए मौजूद हैं.
वहीं, पुलिस प्रशासन ने निवाई शहर, सदर थाना, दतवास थाना क्षेत्र का जाप्ता अस्पताल परिसर के सामने तैनात कर दिया. पुलिस प्रशासन ने धरना स्थल के समीप बस स्टैंड होने के कारण रूट को अहिंसा सर्किल से डायवर्ट किया है. फिलहाल वार्तालाप जारी है. वार्तालाप में रेगर समाज का प्रतिनिधिमंडल भी मौजूद है.
वहीं, मंगलवार दोपहर को पोस्टमॉर्टम के लिए सहमति बनी लेकिन मुआवजा और कार्रवाई समेत मांगें पूरी नहीं होने तक धरना जारी रहेगा और शव नहीं लिया जाएगा. जिला अध्यक्ष रैगर महासभा शंकर हाथीवाल ने बताया कि SDM और DSP के साथ बात हुई है, जिसमें प्रशासन के सामने पांच मांगें रखी गईं. उन्होंने मांग की कि मामले में सख्त कार्रवाई हो, पीड़ित परिवार को सरकारी योजनाओं का लाभ मिले और 50 लाख रुपये का आर्थिक मुआवजा दिया जाए. फिलहाल, पोस्टमॉर्टम के लिए सहमति बनी है लेकिन जब तक सारी मांगें पूरी नहीं होतीं तब तक शव नहीं लिया जाएगा और आंदोलन इसी तरह जारी रहेगा.