Gogamedi Murder: इन पर्चों को खुलेआम नहीं बांटा जाता था, बल्कि गुपचुप तरीके से भीड़भाड़ वाली जगहों पर रख दिया जाता था. ये पर्चे लोगों के हाथ लगने से पहले ही अज्ञात व्यक्ति मौके से फरार हो जाता था. पर्चे रखने की कोई निश्चित तिथि या समयसीमा नहीं थी. कभी दिन में, कभी रात में ये पर्चे रखे जाते रहे हैं.