इस नवरात्रि राजस्थान के इन प्रसिद्ध मंदिरों का करें दर्शन, सभी मनोकामना होगी पूरी!
Aman Singh
Mar 29, 2025
आगामी 30 मार्च से शक्ति आराधना का पर्व चैत्र नवरात्रि प्रारंभ होने जा रहा है. इस दौरान मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा होती है.
साथ ही देश के अलग-अलग हिस्सों में बने मां भगवती के प्रसिद्ध मंदिरों में पूजा-अर्चना के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ती है.
राजस्थान में भी कई ऐसे मंदिर हैं, जहां नवरात्रि के दौरान देवी दुर्गा के नौ रूपों की आराधना की जाती है. जिसमें इन मंदिरों में दर्शन व पूजन का विशेष महत्व है.
अर्बुदा देवी मंदिर
अर्बुदा देवी मंदिर को अधर देवी शक्तिपीठ के नाम से जाना जाता है. ये मंदिर माउंट आबू से 3 किमी दूर एक पहाड़ी पर है.
माना जाता है कि यहां पर माता पार्वती के होंठ गिरे थे. इसलिए यहां शक्तिपीठ स्थापित है.
नौसर माता का मंदिर
नौसर माता का मंदिर अजमेर के नौसर घाटी में स्थित है. इस मंदिर में माता के नौ स्वरूपों का एक साथ दर्शन होता है. इस मंदिर का उल्लेख पदम पुराण में भी मिलता है.
त्रिपुर सुंदरी मंदिर
भव्य त्रिपुर सुंदरी मंदिर बांसवाड़ा से करीब 20 किमी दूर तलवाड़ा गांव में अरावली पर्वतमालाओं के बीच मौजूद है.
सिंहवाहिनी मां भगवती त्रिपुरा सुंदरी की मूर्ति अष्टदश भुजाओं वाली है. 5 फीट ऊंची मूर्ति में माता दुर्गा के नौ रूपों की प्रतिकृतियां अंकित है.
मणिबंध शक्तिपीठ
मणिबंध शक्तिपीठ पुष्कर में स्थित है. इस मंदिर को मणिवेदिका शक्तिपीठ और गायत्री मंदिर के नाम से भी जाना जाता है. ये पहाड़ की चोटी पर स्थित है.
अंबिका पीठ
जयपुर से करीब 90 किमी दूर विराटनगर में माता अंबिका का प्रसिद्ध मंदिर स्थित है. माना जाता है कि यहां मां सती के बाएं पैर की अंगुलियां गिरी थी.
यहां माता सती अंबिका के रूप में और भगवान शिव अमृतेश्वर के रूप में पूजे जाते हैं.