हिंदू इसे माता कहते है और मुस्लिम पीर, चर्म रोग दूर करती 'शिला पीर'

Sneha Aggarwal
Mar 25, 2025

ये स्थान राम नाम की गूंज, अल्लाह की इबादत और गुरु की बानी का संगम है.

हनुमानगढ़ टाउन के मुख्य बस स्टैंड के पास स्थित शिला पीर माता मंदिर है, जहां हर धर्म के लोग आते हैं.

यहां लोग त्वचा सबंधी रोगों के निवारण के लिए शीश नवाने आते हैं.

यहां रहने वाले लोग कहते हैं कि ये स्थान हिंदू-मुसलमानों और सिखों की साझा विरासत का प्रतीक बन गया है.

यहां लोग त्वचा सबंधी रोगों को दूर करने के लिए नमक,झाड़ू और कच्चा दूध चढ़ा मन्नते मांगते हैं.

मान्यता है कि शिला पीर की स्थापना महाराजा गंगा सिंह के वक्त हुईं थीं और हर गुरुवार को यहां मेला और बड़ा बाजार लगता है.

यहां पीर और मंदिर मे चढ़ाने के लिए मां की चुनरी और पीर की चद्दर एक साथ खरीदी और बेची जाती हैं.

शिला पीर के पास कुछ ही दायरे में प्राचीन गुरुद्वारा और चार मंदिर भी हैं.

यहां आने वाले श्रद्धालु मंदिर गुरद्वारे और पीर माता के शीश निवाने जरूर जाते हैं.

डिस्क्लेमर- ये लेख सामान्य जानकारी और लोगों द्वारा बताई गई कहानियों पर आधारित है, इसकी ज़ी मीडिया पुष्टि नहीं करता है.

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