Tahawwur Rana Ajmal Kasab old cell: मुंबई 26/11 आतंकी हमले के मास्टरमाइंड तहव्वुर राणा को आज गुरुवार को भारत लाया जा सकता है. NIA के इंस्पेक्टर जनरल रैंक के अधिकारी आशीष बत्रा की लीडरशिप में एक मल्टी-एजेंसी टीम तहव्वुर राणा को हिरासत में लेने के लिए रविवार को अमेरिका गई थी. राणा के लिए दिल्ली और मुंबई की जेलों को तैयार किया जा रहा है. यहां की जेलों में सुरक्षा व्यवस्था को सख्त किया गया है.
आर्थर रोड जेल के बैरक नंबर 12 में रहेगा राणा?
टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी एक रिपोर्ट के आधार पर पाकिस्तानी मूल के कनाडाई नागरिक तहव्वुर राणा (64 साल) को अगर भारत लाया गया और मुंबई में उसका ट्रायल हुआ, तो उसे आर्थर रोड जेल के बैरक नंबर 12 में रखा जा सकता है. जी हां, ये वही बैरक है जहां 26/11 हमले का आतंकी अजमल कसाब नवंबर 2012 में फांसी से पहले रहा था. खबर है कि राणा को उसी बम-प्रूफ सेल में रखने की तैयारी हो सकती है, जहां कसाब को रखा गया था.
1925 में बनी ये जेल
जेल के एक अधिकारी ने बताया, "अभी तक कोई साफ निर्देश नहीं मिले हैं. जब वो यहां आएगा, तभी देखेंगे कि उसे कहां रखना है." आर्थर रोड जेल, जिसे मुंबई सेंट्रल प्रिजन भी कहते हैं, 1925 में बनी थी. ये जेल 3 एकड़ में फैली है और इसे 1,100 कैदियों के लिए बनाया गया था. लेकिन आजकल यहां औसतन 4,000 से ज्यादा कैदी रहते हैं.
बैरक नंबर 12 क्यों है खास?
बैरक नंबर 12 इस जेल का एक खास हिस्सा है. ये आम बैरकों से अलग और ज्यादा सुरक्षित इलाका है. यहां सारी सेल भी भरी नहीं रहतीं. कसाब के समय तो इस बैरक में उसकी अपनी रसोई तक थी, ताकि सुरक्षा में कोई चूक न हो. एक जेल सूत्र ने बताया कि राणा को बैरक 12 के ग्राउंड फ्लोर पर बनी तीन सेलों में से किसी एक में रखा जा सकता है.
अंडा सेल किसे कहते हैं?
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, किसी भी जेल का सबसे सुरक्षित हिस्सा अंडा सेल होती है. इस सेल का आकार अंडे की तरह होता है इसलिए इसे अंडा सेल नाम दिया गया है. इन सेल में आमतौर पर जेल में गंभीर अपराध में बंद खूंखार कैदियों को रखा जाता है. कोठरी के बाहर इलेक्ट्रिक फेंसिंग होती है, अंदर और बाहर सुरक्षाकर्मी तैनात रहते हैं. इन कोठरियों को पूरी तरह से बॉम्बप्रूफ बनाया जाता है. मुंबई की सबसे बड़ी आर्थर रोड जेल में इस तरह की नौ सेल हैं. ये सेलें खास तौर पर हाई-प्रोफाइल कैदियों के लिए इस्तेमाल होती हैं.
कसाब को फांसी से पहले आर्थर रोड जेल में रखा गया
तहव्वुर राणा अगर मुंबई पहुंचता है, तो उसका ट्रायल शुरू होगा और जेल में उसे कड़ी निगरानी में रखा जाएगा. आर्थर रोड जेल का इतिहास रहा है कि यहां बड़े-बड़े अपराधियों को रखा जाता है. कसाब को भी यहीं रखा गया था और बाद में पुणे की यरवदा जेल में उसकी फांसी हुई थी. अगर राणा भी इसी जेल में आया तो उसे हर समय फांसी का खौफ बना रहेगा.
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