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'बेइज्जती नहीं सहेंगे...', बंगाली भाषा को लेकर दिल्ली पुलिस ने ऐसा क्या कहा, जिस पर बिफर गईं CM ममता

Mamata Banerjee: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रविवार को एक कथित पत्र में बंगाली भाषा को "बांग्लादेशी राष्ट्रीय भाषा" कहने पर दिल्ली पुलिस की जमकर आलोचना की. उन्होंने आरोप लगाया कि यह 'अपमानजनक, राष्ट्र-विरोधी और असंवैधानिक' है.  

'बेइज्जती नहीं सहेंगे...', बंगाली भाषा को लेकर दिल्ली पुलिस ने ऐसा क्या कहा, जिस पर बिफर गईं CM ममता
Md Amjad Shoab|Updated: Aug 03, 2025, 09:33 PM IST
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West Bengal: भाषा विवाद पर जारी घमासान के बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ( Mamata Banerjee ) ने केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला है.  उन्होंने  बीजेपी शासित प्रदेश में बंगालियों का अपमान करने का आरोप लगाया है. साथ ही, उन्होंने दिल्ली पुलिस पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं. टीएमसी नेता ममता बनर्जी ने रविवार को एक खत में बंगाली भाषा को 'बांग्लादेशी राष्ट्रीय भाषा' कहने पर दिल्ली पुलिस की भी जमकर आलोचना की और आरोप लगाया कि यह 'अपमानजनक, राष्ट्र-विरोधी और असंवैधानिक' है.

उन्होंने कहा कि बंगाली कहो तो 'बांग्लादेशी'! ऐसे आरोप लगाकर भाजपा शासित राज्यों से बंगालियों को वापस बंगाल भेजा जा रहा है. टीएमसी नेता कहा कि दिल्ली पुलिस ने 'बांग्ला' को बांग्लादेशी भाषा बताया. टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी ने सोशल मीडिया हैंडल X पर पोस्ट कर नाराजगी जताई और कहा, 'बंगाली, हमारी मातृभाषा हैॉ. ये रवींद्रनाथ टैगोर और स्वामी विवेकानंद की भाषा है. जिस भाषा में हमारा राष्ट्रगान और राष्ट्रगीत (बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय द्वारा रचित) लिखा गया है,  जिस भाषा में करोड़ों भारतीय बोलते और लिखते हैं, जिस भाषा को भारत के संविधान द्वारा पवित्र और मान्यता प्राप्त है, उसे अब बांग्लादेशी भाषा बताया जा रहा है.'

ममता बनर्जी ने भारत सरकार पर निशाना साधा

ममता बनर्जी ने भारत सरकार और गृह मंत्रालय पर निशाना साधा और कहा कि यह भारत के सभी बंगाली भाषी लोगों का अपमान है. वे ऐसी भाषा का इस्तेमाल नहीं कर सकते जो हम सभी को नीचा और अपमानित करे. तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ने केंद्र को बंगाली विरोधी बताया और सभी से भारत के बंगाली भाषी लोगों को अपमानित करने वाली ऐसी संविधान विरोधी भाषा के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने का आग्रह किया.

इससे पहले दिन में टीएमसी ने अपने एक्स हैंडल पर एक खत पोस्ट किया, जिसमें दावा किया गया कि जांच के प्रभारी पुलिस अधिकारी ने राष्ट्रीय राजधानी में बंग भवन को खत लिखकर आठ लोगों की गिरफ्तारी के बाद 'बांग्लादेशी राष्ट्रीय भाषा' के लिए अनुवादक की मांग की है, जिन पर पड़ोसी देश से अवैध रूप से भारत में एंट्री करने का शक है.

' ये भाजपा की साजिश है'

वहीं, TMC सांसद अभिषेक बनर्जी ने केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा कि ये गलती नहीं, बल्कि भाजपा की साजिश है. दिल्ली पुलिस ने 29 जुलाई को बंगा भवन को लिखे एक सरकारी लेटर में बांग्ला भाषा को बांग्लादेशी भाषा बताया. इसमें लिखा था, 'अवैध रूप से भारत में रह रहे 8 बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया है.इनके पास से बरामद डॉक्यूमेंट्स बांग्लादेशी भाषा में हैं. ऐसे में आगे की जांच के लिए बांग्लादेशी राष्ट्रीय भाषा का एक आधिकारिक अनुवादक उपलब्ध कराएं.'

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