Maharashtra Politics: महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे ने एक नई मांग करते हुए बड़ा गेम कर दिया है. मराठा सेंटिमेंट्स को भुनाते हुए उन्होंने बीजेपी से मांग कर दी है कि वे मुंबई में मौजूदा राजभवन को किसी दूसरी जगह शिफ्ट करते हुए राजभवन कैंपस को छत्रपति शिवाजी महाराज के स्मारक में बदल दे. ठाकरे ने यहां तक कह दिया कि शिवसेना के बगैर अयोध्या में राम मंदिर बनाने का बीजेपी का सपना पूरा नहीं हो सकता था.
नासिक में अपनी पार्टी के एक कार्यक्रम के दौरान उद्धव ने एक बार फिर से बीजेपी पर आरोपों की बौछार की. उन्होंने इस बार बीजेपी से एक ऐसी मांग कर दी, जिससे महाराष्ट्र में उनकी खोती साख फिर से मजबूत हो सकती है. उन्होंने फडनवीस सरकार की खिंचाई करते हुए कहा कि मुंबई में राजभवन कैंपस को छत्रपति शिवाजी महाराज के स्मारक में बदल देना चाहिए. इसके अलावा राज्यपाल आवास को किसी और जगह पर शिफ्ट कर देना चाहिए. उद्धव की नई मांग को अब बीजेपी कैसे डील करेगी, ये कुछ ही समय में पता चल जाएगा.
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— Office of Uddhav Thackeray (@OfficeofUT) April 16, 2025
मराठा कार्ड खेलने के साथ ही उन्होंने अपने हिंदुत्व की विचारधारा को और धार देते हुए बीजेपी के हिंदुत्व को 'सड़ा हुआ' बता डाला. उद्धव ने कहा कि उन्होंने हिंदुत्व की विचारधारा को छोड़ा नहीं है. हिंदुत्व की परिभाषा बताते हुए उद्धव ने कहा कि उन्हें बीजेपी वाले हिंदुत्व का सड़ा हुआ स्वरूप स्वीकार्य नहीं है. ठाकरे ने आरोप लगाया कि भाजपा ने झूठी कहानी फैलाई कि शिवसेना ने हिंदुत्व को छोड़ दिया है. मैंने भाजपा से रास्ता अलग किया है... मरते दम तक मैं हिंदुत्व को नहीं छोड़ूंगा.
साल 2019 में बीजेपी से दोस्ती तोड़ने के बाद से उद्धव लगातार हमलावर हैं. उन्होंने कहा कि अविभाजित शिवसेना के बिना केंद्र और राज्य की मौजूदा सत्तारूढ़ पार्टी उस स्थिति में नहीं पहुंच पाती कि अयोध्या में राम मंदिर बन सके. उद्धव ने कहा कि मुसलमानों ने उनकी पार्टी का समर्थन सिर्फ इसलिए किया, क्योंकि मुख्यमंत्री के तौर पर उन्होंने सभी के साथ समान व्यवहार किया. उद्धव ने आरोप लगाते हुए कहा कि मुंबई को लूटा जा रहा है, सब कुछ गुजरात ले जाया जा रहा है.
उद्धव ठाकरे ने रमजान माह के दौरान सौगात-ए-मोदी पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि यह सिर्फ बिहार चुनाव के चलते किया गया है. उद्धव ने कहा कि 1992 में बाबरी मस्जिद गिराने पर बीजेपी नेता अटल बिहारी वाजपेयी और लाल कृष्ण आडवाणी ने माफी मांगी थी, जबकि उनके पिता और शिवसेना संस्थापक बाल ठाकरे ने खुलकर कहा था कि अगर शिवसैनिकों ने ढांचा गिराया है तो इसके लिए उन्हें गर्व महसूस हो रहा है.
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