UP crime: आपने क्राइम पर आधारित कई वेब सीरीज और पिक्चरें देखी होंगी और उसमें नोटिस भी किया होगा कि ज्यादातर वह घटना यूपी की होती है. मिर्जापुर और गैंग्स ऑफ वासेपुर जैसी वेब सीरीज और मूवी के बारे में आप जानते ही होंगे, लेकिन सच्चाई यह है कि ऐसी कई सच्ची कहानियां लोगों को पता ही नहीं है. यूपी के गुंडाराज ऐसा रहा है कि कोई फिल्म की पटकथा लिखने वाला हर जिले से कहानी निकाल लें. ऐसे ही आज हम आपको ऐसे 10 अपराधियों के बारे में बता रहे हैं. जिनकी लिस्ट सरकार ने तैयार की है और उन पर 24 घंटे कड़ी नजर रखी जा रही है.
मुख्तार अहमद अंसारी
आप जानकर हैरान होंगे कि ये शख्स 5 बार का विधायक रह चुका है. बाहुबली मुख्तार अंसारी 17 सालों से जेल में है. किडनैपिंग, मर्डर और एक्सटॉर्शन जैसी दर्जनों संगीन आरोप उस पर लगे हुए हैं. मुख्तार अंसारी पर साल 2005 में हिंसा भड़काने के आरोप लगे थे. मुख्तार ने 2005 में ही गाजीपुर पुलिस को सरेंडर कर दिया था और उसके बाद से ही वह जेल में है. यूपी सरकार ने उसकी करोड़ों की संपत्ति कुर्क और जब्त कर ली है. 2005 से अब तक वह जेल से बाहर नहीं आ सका.
अब्बास अंसारी
मुख्तार अंसारी के बेटे शॉट गन शूटिंग का इंटरनेशनल खिलाड़ी हैं. अब्बास का नाम कभी दुनिया के टॉप 10 शूटरों में आता था. वह नेशनल चैंपियन भी रह चुके हैं. वे दुनियाभर में कई पदक जीतकर देश का नाम रोशन कर चुके हैं. वे विधानसभा 2022 के चुनाव में विधायक भी चुने गए थे, लेकिन पिता पर चल रही कार्रवाई में अब्बास भी चपेट में आ गए हैं. वे मनी लॉन्ड्रिंग केस के अलावा भी आपराधिक मामलों में फंस चुके हैं. अब्बास कासगंज जेल में हैं.
सुभाष ठाकुर
पूर्वांचल में गैंगस्टर कितने सक्रिय रहे हैं ये बात यूपी का बच्चा बच्चा जानता है. लोग सुभाष ठाकुर को माफिया डॉन कहते हैं. इसके खिलाफ दर्जनों संगीन मामले चल रहे हैं और वह फतेहगढ़ जेल में उम्रकैद काट रहा है. पूर्वांचल की राजनीति में भी इसकी गहरी पैठ है.
बबलू श्रीवास्तव
किडनैपिंग किंग के नाम से अडंरवर्ल्ड में ये नाम कुख्यात है. ये शख्स कॉलेज के बाद से ही जुर्म की दुनिया में सक्रिय हो चुका था. इसका असली नाम ओम प्रकाश श्रीवास्तव है. एक बार मीडिया में उसने कहा था कि वह भाई की तरह सेना में ऑफिसर बनना चाहता था, लेकिन कॉलेज में छोटी सी घटना घटी और उसके बाद सब कुछ बदल गया.
सुंदर भाटी
कुख्यात गैंगस्टर सुंदर भाटी 7 सालों से जेल में है. उसे 2014 में ग्रेटर नोएडा के घंघोला से गिरफ्तार किया था. उसे सोनभद्र जेल में रखा गया है. साल 1992 में नोएडा की स्थापना हुई और उसके बाद से यहां विकास होने लगा तो लोगों से जबरन वसूली करने लगा. योगी सरकार के आने के बाद अपराधियों पर नकेल कसी गई और इसके बाद इसकी 25 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति को कुर्क किया गया.
विजय मिश्रा
विजय मिश्रा ज्ञानपुर से विधायक रह चुके हैं. यूपी पुलिस ने उन पर गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की है. इसके अलावा प्रर्वतन निदेशालय भी शिकंजा कस रखा है. उन पर एक्शन लेते हुए कई संपत्तियों को जब्त कर लिया है. वह आगरा जेल में बंद हैं और कई मामलों में सुनवाई चल रही है.
खान मुबारक
अंडरवर्ल्ड का कुख्यात शूटर जफर सुपारी का भाई खान मुबारक हरदोई जेल में बंद है. पुलिस को ऐसा इनपुट मिला था कि जफर सुपारी यूपी के युवाओं को शूटर के तौर पर इस्तेमाल करता है. यूपी में जफर का काम खान मुबारक ही देखता था.
संजीव जीवा माहेश्वरी
संजीव शातिर अपराधी और शूटर रह चुका है और ये अभी मैनपुरी जेल में बंद है. इसका कनेक्शन मुख्तार अंसारी के साथ बताया जाता है. इस पर आरोप है कि इसने कई आपराधिक घटनाओं को अंजाम दिया है.
आतिफ रजा
ये मुख्तार अंसारी का छोटा साला है. इसे गैंगस्टर एक्ट के तहत गिरफ्तार किया गया था. इस पर मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया गया था और उस पर कार्रवाई जारी है. फिलहाल ये प्रयागराज जेल में है.
योगेश भदौड़ा
पश्चिमी यूपी का गैंगस्टर योगेश भदौड़ा कुख्यात अपराधी है. वह 15 साल तक गांव का प्रधान भी रह चुका है. उसे 2013 में गिरफ्तार किया गया था और उसी के बाद से वह जेल में बंद है.
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