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AGRA में मॉक ड्रिल पर बड़ा अपडेट, यहां जानें कैसी है युद्ध की तैयारी, कितने बजे होगा ब्लैकआउट?

Agra Mock drill Update: केंद्र सरकार ने देश के 222 जिलों में लोगों को जागरुक करने के लिए 7 मई को मॉक ड्रिल का ऐलान किया है. मॉक ड्रिल में लोगों को युद्ध जैसी स्थिति में खुद को सुरक्षित रखने के बारे में जानकारी दी जाएगी. इस क्रम में आगरा प्रशासन ने भी मॉक ड्रिल की तैयारियां की हैं.

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AGRA में मॉक ड्रिल पर बड़ा अपडेट, यहां जानें कैसी है युद्ध की तैयारी, कितने बजे होगा ब्लैकआउट?
Gunateet Ojha|Updated: May 07, 2025, 01:54 PM IST
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Agra Mock drill Update: पहलगाम में आतंकी हमले (Pahalgam Terror Attack) का बदला भारत ने ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) से ले लिया है. इसके पहले ही देश की जनता को युद्ध की स्थिति में बचाव के तरीके के बारे में व्यापक तौर पर जानकारी दी जा रही है. मौजूदा स्थिति में खतरे को भांपते हुए केंद्र सरकार ने देश के 222 जिलों में लोगों को जागरुक करने के लिए 7 मई को मॉक ड्रिल (Mock Drill) का ऐलान किया है. मॉक ड्रिल में लोगों को युद्ध जैसी स्थिति में खुद को सुरक्षित रखने के बारे में जानकारी दी जाएगी. इस क्रम में आगरा (Agra) प्रशासन ने भी मॉक ड्रिल की तैयारियां की हैं. 

रात के 8 बजे पांच मिनट के लिए ब्लैकआउट

आगरा में मॉक ड्रिल के लिए 8 से 10 जगहों को चिन्हित किया गया है. मॉक ड्रिल शुरू होते ही रात के 8 बजे पांच मिनट के लिए ब्लैकआउट होगा. इस दौरान सायरन भी बजाया जाएगा. ब्लैकआउट और सायरन को लेकर जनता से न घबराने की अपील की गई है. प्रशासन ने लोगों से सहयोग की भी अपील की है.

क्या होगा इसमें

मॉक ड्रिल के दौरान सिविल डिफेंस, होम गार्ड, एनसीसी, एनएसएस, एनवाईकेएस एक्टिव रहेंगे. इसमें लोगों को आपदा की स्थिति में सुरक्षित कैसे रहना है, इसके बारे में बताया जाएगा. मॉक ड्रिल को लेकर गृह मंत्रालय ने जो निर्देश जारी किया उसके मुताबिक.. हवाई हमले के सायरन, ब्लैकआउट की प्रक्रिया, संवेदनशील स्थानों को छिपाने (कैमोफ्लाज) की व्यवस्था और निकासी (एवैक्यूएशन) की योजनाओं का अभ्यास किया जाएगा.

केंद्रीय गृह मंत्रालय का निर्देश

बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देश पर उत्तर प्रदेश सहित देश के कई राज्यों में 7 मई बुधवार को मॉक ड्रिल का आयोजन किया जा रहा है. इस अभ्यास का उद्देश्य हवाई हमले, ड्रोन अटैक, मिसाइल हमले जैसी आपात स्थितियों से निपटने के लिए नागरिकों को जागरूक करना और प्रशासन की तत्परता को परखना है.

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