Agra News: इन दिनों रामजीलाल सुमन के राणा सांगा पर टिप्पणी से बवाल मचा हुआ है. इस बीच समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिले यादव आज आगरा पहुंचे. यहां सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने प्लेस के एचआईजी फ्लैट स्थित आवास पर सुमन से मुलाकात किया. इतना ही नहीं उन्होंने कार्यकर्ताओं से भी मुलाकात की. करीब 200 कार्यकर्ताओं के लिए सुमन के आवास के बाहर बैठने के लिए टेंट लगवाया गया था. पिछड़े, दलित, अल्पसंख्यक (पीडीए) को मजबूत करने और विधानसभा चुनाव 2027 के लिए कार्यकर्ताओं में जोश भरा. सपा सांसद के घर बैरियर लगाए गए थे.
अखिलेश यादव का बड़ा बयान
इस दौरान अखिलेश यादव ने बड़ा हमला बोला. उन्होंने कहा कि ये हमला सोच समझकर किया गया. रामजी लाल के घर पर सुनियोजित हमला किया गया.पार्टी के सांसद रामजी लाल सुमन से मुलाकात के बाद सपा मुखिया अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी बाबा साहब अंबेडकर के संविधान और उसके तहत हमें मिले अधिकारों का पालन करते हुए आगे बढ़ेगी. तलवार लहराने वालों और गाली-गलौज करने वालों पर कार्रवाई होगी. हम कानून को मानने वाले लोग है.
राणा सांगा पर टिप्पणी से बवाल
21 मार्च को राणा सांगा पर राज्यसभा सदस्य रामजीलाल सुमन ने टिप्पणी की थी. इससे नाराज करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने 26 मार्च को सुमन के आवास पर हमला बोल दिया था. उस वक्त सुमन दिल्ली में थे. 12 अप्रैल को गढ़ी रामी में राणा सांगा की जयंती पर रक्त स्वाभिमान महासम्मेलन आयोजित किया गया था. राणा सांगा पर टिप्पणी के लिए सुमन के माफी मांगने और राज्यसभा सदस्यता निरस्त करने की मांग की थी.
आगरा दौरे पर अखिलेश यादव
राणा सांगा पर बयानबाजी और बवाल के बीच अध्यक्ष अखिलेश यादव सुबह सुमन से मिलने के लिए उनके आवास पर पहुंचे. यहां सपा प्रमुख ने उनके स्वजनों से भी मुलाकात की और आगे की रणनीति पर भी चर्चा की. इसके बाद उन्होंने पार्टी के एक्टिव कार्यकर्ताओं सेकात मुला की. इसके लिए सुमन के आवास के बाहर टेंट लगाया गया था. 200 कुर्सी डाली गई. स्थानीय कार्यकर्ताओं से राणा सांगा प्रकरण के बारे में जानकारी दी गई. अखिलेश यादव ने राजनीतिक फायदे और नुकसान पर भी चर्चा की. इसके साथ ही कार्यकर्ताओं में पीडीए को मजबूत करने के लिए जोश भरा. सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किए गए. सुमन की सुरक्षा में निजी सिक्योरिटी गार्ड भी लगाए गए.
मुकदमे का प्रार्थनापत्र निरस्त
रिपोर्ट्स की मानें तो रामजीलाल सुमन और सपा अध्यक्ष पर राणा सांगा पर बयान देने को लेकर मुकदमे को प्रस्तुत प्रार्थनापत्र पर सिविल जज सीनियर डिवीजन के द्वारा सुनवाई की गई. न्यायालय ने वाद को पोषणीय न मानते हुए निरस्त कर दिया है. कोर्ट के हिसाब से भारतीय संविधान के अनुच्छेद 105 के संसदीय विशेषाधिकार की वजह से कार्यवाही नहीं की जा सकती है. वादी पक्ष ने मामले में जिला जज के सामने रिवीजन की अपील करने की बात कही है. कोर्ट में वादी अधिवक्ता अजय प्रताप ने प्रार्थनापत्र पेश किया था. 10 अप्रैल को प्रकीर्ण वाद की पोषणीयता और कोर्ट के क्षेत्राधिकार को लेकर बहस की गई थी.
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