Agra Latest News/कपिल अग्रवाल: अंतरराष्ट्रीय योग दिवस से पहले जहां दुनिया भर में योग के प्रति उत्साह देखने को मिल रहा है. वहीं आगरा के एक शख्स ने कुछ ऐसा कर दिखाया जिसने सभी को हैरान कर दिया. आपको बता दें कि इस दिन हरेश चतुर्वेदी ने जल पर योग कर न केवल सुर्खियां बटोरीं, बल्कि यह भी साबित कर दिया कि एकाग्रता और साधना से असंभव को भी संभव बनाया जा सकता है.
कौन हैं हरेश चतुर्वेदी?
पेशे से वकील हरेश चतुर्वेदी योग के ऐसे ऐसे आसन पानी पर करते हैं जो आमतौर पर जमीन पर करना भी मुश्किल होता है. शीर्षासन से लेकर सूर्य नमस्कार तक वे सभी आसनों को पानी की सतह पर स्थिर रहते हुए करते हैं. हरेश बताते हैं कि भगवान शिव को गुरु मानकर उन्होंने यह साधना शुरू की थी. उनका मानना है कि पानी पर योग करने से ज्यादा मानसिक और शारीरिक एकाग्रता की आवश्यकता होती है, जिससे इसका लाभ कई गुना बढ़ जाता है.
पानी पर योग साधना
वो बताते हैं कि जमीन पर स्वास-प्रस्वास पर नियंत्रण आसान होता है, लेकिन पानी पर यह प्रक्रिया बेहद चुनौतीपूर्ण बन जाती है. बावजूद इसके, उन्होंने अपनी लगन और साधना से यह असंभव लगने वाली योग विधा को संभव कर दिखाया है. पिछले 30 वर्षों से पानी पर योग साधना कर रहे हैं और लोगों के लिए प्रेरणा बन चुके हैं.
इतना ही नहीं, हरेश चतुर्वेदी चाहते हैं कि सरकार ऐसे स्कूलों में, जहां स्विमिंग पूल की सुविधा है, वहां इस तरह के योग को बच्चों तक पहुंचाने की अनुमति दे. उनका मानना है कि इससे न केवल बच्चों का शारीरिक विकास होगा बल्कि आपात स्थिति में वे स्वयं और दूसरों की भी मदद कर सकेंगे.
आज की युवा पीढ़ी भी उनकी इस अनूठी साधना से प्रेरित है और सीखने को उत्सुक है. हरेश चतुर्वेदी का कहना है कि इसके लिए जरूरी है थोड़ी एकाग्रता, संयम और खानपान पर विशेष ध्यान.पानी पर योग साधना करने वाले हरेश चतुर्वेदी न केवल योग का अनोखा उदाहरण पेश कर रहे हैं बल्कि एक नई दिशा में समाज को जागरूक भी कर रहे हैं.
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