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फ‍िर क्‍यों चर्चा में आया नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा? हाथरस भगदड़ के 1 साल बाद आगरा में जुटे हजारों भक्‍त

Agra News: पिछले साल 2 जुलाई 2024 को हाथरस के मुगल गढ़ी गांव में नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा के सत्‍संग में भगदड़ मच गई थी. भगदड़ में 121 लोगों की मौत हो गई थी.

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Narayan Sakar Hari Urf Bhole Baba
Narayan Sakar Hari Urf Bhole Baba
Zee Media Bureau|Updated: Jul 14, 2025, 09:00 PM IST
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Agra News: आगरा के किरावली में नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा का सोमवार को जन्‍मदिन बनाया गया. इस दौरान आगरा-जयपुर हाईवे किनारे स्थित एक प्‍लॉट में सत्‍संग का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में हजारों संख्‍या में अनुयायी पहुंचे. खास बात यह है कि बिना अनुमति के सत्‍संग का आयोजना किया गया. इस दौरान न तो कोई सुरक्षा व्‍यवस्‍था दिखी न ही पुलिस तैनात दिखी. 

हाथरस भगदड़ के बाद आगरा में भोले बाबा का सत्‍संग संपन्‍न 
बता दें कि पिछले साल 2 जुलाई 2024 को हाथरस के मुगल गढ़ी गांव में नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा के सत्‍संग में भगदड़ मच गई थी. भगदड़ में 121 लोगों की मौत हो गई थी. जांच में पता चला था कि 80 हजार लोगों के शामिल होने के लिए प्रशासन से अनुमति मांगी गई थी, लेकिन सत्‍संग में करीब 2.5 लाख से 3 लाख की भीड़ पहुंच गई थी. प्रशासन ने बिना किसी जांच पड़ताल के सत्‍संग की अनुमति दे दी थी और बड़ा हादसा हो गया था. 

12 से 3 बजे तक सत्‍संग का आयोजन हुआ 
अब एक बार फ‍िर से नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा के जन्‍मदिन पर हजारों की संख्‍या में अनुयायी आगरा पहुंचे. और जनमदिन के अवसर पर आयोजित सत्‍संग में हिस्‍सा लिए. दोपहर 12 बजे से शाम 3 बजे तक चले सत्‍संग के दौरान दिखा कि लोग आगरा-जयपुर हाईवे पर दौड़ते वाहनों के बीच जान जोखिम में डालकर क्रॉस कर रहे थे. एनएस कोल्‍ड स्‍टोरेज के पास आयोजित सत्‍संग की अनुमति भी नहीं ली गई थी. न ही जिला प्रशासन को इसकी भनक लगी. 

हाथरस भगदड़ के बाद से भोले बाबा फरार 
सूत्रों का कहना है कि हाथरस की घटना के बाद से नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा उत्तर प्रदेश में नहीं है. फिर भी उनके अनुयायी विभिन्न स्थानों पर सत्‍संग जैसे आयोजन कर रहे हैं. नेशनल हाईवे पर इतनी भीड़ जमा होने से बड़ा हादसा हो सकता था. इस सत्‍संग के आयोजन ने पुराने साल हुई भगदड़ की याद दिला दी. दूर दूर से अनुयायी आगरा पहुंचे थे. 

कौन है नारायण साकार हरि?
जानकारी के मुताबिक, नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा का असली नाम सूरजपाल है. मूलरूप से कासगंज के रहने वाले सूरजपाल बचपन में अपने पिता के साथ खेती करता था. बाद में वह पुलिस विभाग में नौकरी भी पा ली. 18 सालों तक नौकरी करने के बाद सूरजपाल ने वीआरएस ले लिया था. इसके बाद सत्‍संग शुरू कर दिया था. 

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