Etah News: दिल्ली के एक फ्लैट में भीषण आग लगने से उत्तर प्रदेश के एटा का रहने वाला हंसता खेलता परिवार उजड़ गया. आग की लपटों में खुद को घिरता देख दो बच्चों और एक 45 वर्षीय कारोबारी ने सातंवी मंजिल से छलांग लगा दी जिससे उनकी मौत हो गई. वहीं एक महिला गंभीर रूप से झुल गया, जिसका इलाज चल रहा है. मरने वालों में 45 वर्षीय कारोबारी, उनकी 10 साल की बेटी और 11 वर्षीय भतीजा शामिल है.
एटा के जैथरा थाना क्षेत्र के शाहबाजपुर के यशपाल दयाल 30 साल पहले दिल्ली में आए थे. वे फ्लैक्स, रुम डिजायनिंग और एडवर्टाइजिंग का काम करते थे. काफी समय से वो दिल्ली के द्वारका सेक्टर 13 में एक अपार्टमेंट में 9वीं और 10वीं मंजिल पर रहे थे जहां यह हादसा हुआ. दोनों फ्लैट एक सीढ़ी से जुड़े हुए थे. यशपाल अपनी पत्नी और बेटी और बेटे के साथ रहते थे. मंगलवार को पास में ही यशपाल की एक बहन के यहां भंडारा और पूजा-पाठ का कार्यक्रम था इसलिए कई रिश्तेदार उनके यहां भी रुके हुए थे.
घटना के वक्त यशपाल के 11वर्षीय भतीजा शिवम भी उनके यहां रुक गया था. यशपाल का बेटा किसी काम से बाहर चला गया था. जानकारी के मुताबिक घर फ्लैट में सुबह 10 बजे करीब आग लग गई और देखते ही देखते आग फैलने लगी. जानकारी के मुताबिक जिस वक्त आग लगी यशपाल के फ्लैट में करीब 10 लोग थे, लेकिन यशपाल ने बहादुरी दिखाते हुए 6 लोगों को तो बाहर निकाल लिया लेकिन आखिर में वो खुद, उनकी बेटी और भतीजा आग में फंस गए. बचने के लिए दोनों बच्चों और यशपाल ने करीब 100 फुट ऊंचाई से छलांग लगा दी. आनन-फानन में तीनों को अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
फायर ब्रिगेड पर स्थानीय लोगों में गुस्सा
पीड़ित परिवार और स्थानीय लोग इस घटना को लेकर फायर ब्रिगेड की कार्रवाई से गुस्से में है. आरोप है कि फायर ब्रिगेड ने समय पर आग बुझाना शुरू नहीं किया. आग काफी ऊंचाई पर थी इसलिए सीढ़ी वाली दमकल की गाड़ी आने के बाद ही आग बुझाने का काम शुरू हो पाया. जिससे तीन लोगों की जान चली गई.
दिल्ली में रहकर भी यशपाल का गांव के काफी लगाव था वो अक्सर अपने गांव आते रहते थे. यशपाल और उनके परिवार के साथ हुए इससे हादसे से एटा का शाहबाजपुर गांव में शोक की लहर है और पूरा गांव मातम में डूबा है.
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