Amroha Hindi News/विनीत अग्रवाल: नौकरी की आस में भटकते युवाओं के साथ छल करने वाला एक साइबर ठग गिरोह आखिरकार अमरोहा में पकड़ा गया. जो नामी पोर्टलों की आड़ लेकर बेरोजगार युवाओं को फर्जी नौकरी के झांसे में फंसाने थे. इस गिरोह का पर्दाफाश करते हुए साइबर क्राइम पुलिस ने तीन शातिर ठगों को गिरफ्तार किया है. इनके पास से एक लैपटॉप, 10 मोबाइल फोन और 11 सिम कार्ड बरामद किए गए हैं. ये उपकरण उनके गुनाहों की गवाही दे रहे हैं.
पुलिस अधीक्षक अमित कुमार आनंद के निर्देशन में हुई इस कार्रवाई में गिरफ्तार अभियुक्तों की पहचान मुकुल उर्फ नकुल, अंकुर और योगेन्द्र उर्फ कल्लू के रूप में हुई है. तीनों आरोपी सैदनगली थाना क्षेत्र के ब्रहमाबाद की मढैया गांव के रहने वाले हैं.
ऐसे देते थे ठगी को अंजाम
पुलिस जांच में सामने आया है कि यह गिरोह Shine.com और Naukri.com से लोगों का डेटा निकालता था और फिर नौकरी दिलाने के नाम पर फोन करता था. रजिस्ट्रेशन फीस, डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन और ऑफर लेटर भेजने के नाम पर हजारों रुपये वसूलता था. जैसे ही पैसा मिल जाता, आरोपी पीड़ित का नंबर ब्लॉक कर देते थे.
गिरफ्तार आरोपियों ने पूछताछ में स्वीकार किया कि उन्होंने आंध्र प्रदेश के आदिल कोडरू निवासी युवक से 22,480 रुपये की ठगी की थी. प्रतिबिंब पोर्टल पर दर्ज मोबाइल नंबर की जांच के दौरान इस मामले का खुलासा हुआ. प्रतिबिंब एक उन्नत ट्रैकिंग सिस्टम है जिसे भारत सरकार ने साइबर अपराधों की निगरानी के लिए बनाया है.
दो साल से सक्रिय था गिरोह
गिरोह पिछले दो वर्षों से इस तरह की साइबर ठगी कर रहा था. पूछताछ में खुलासा हुआ है कि इस गिरोह में कुछ महिलाएं भी शामिल थीं जो कॉल सेंटर ऑपरेटर की तरह काम करते हुए लोगों को नौकरी का झांसा देती थीं. फिलहाल पुलिस गिरोह के फरार सदस्यों निखिल, जया वर्मा और एकता की तलाश में जुटी है, जिनके खिलाफ देशभर में साइबर फ्रॉड की कई शिकायतें दर्ज हैं.
पुलिस टीम को मिला इनाम
इस सफलता पर साइबर क्राइम टीम को 25,000 रुपये का नकद इनाम देकर सम्मानित किया गया है. साथ ही, पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि किसी भी अज्ञात कॉल या संदिग्ध नौकरी के प्रस्ताव से सतर्क रहें और किसी भी तरह की ठगी की स्थिति में तुरंत 1930 पर कॉल करें.