Barabanki Hindi News/नितिन श्रीवास्तव: घर शहनाइयों से गूंज रहा था, मंडप सजा हुआ था, मेहंदी लगे हाथों से दुल्हन अपने आने वाले जीवन के सपनों में खोई हुई थी. रिश्तेदारों की भीड़, घर में चहल-पहल और खुशियों का माहौल था. लेकिन जैसे ही वक्त बीता और बारात नहीं आई, दुल्हन के सारे अरमनों पर पानी फिर गया. जब मामले की वजह समाने आई तो सभी लोग हैरान हो गए.
कहां की है ये घटना?
बाराबंकी जिले के सिरौलीगौसपुर क्षेत्र के कसरैलाडीह गांव की बताई जा रही है. जहां पर लक्ष्मी की शादी रामनगर क्षेत्र के बिठौरा गांव निवासी लवलेश से तय हुई थी. दोनों के बीच फोन पर बातचीत होती थी और परिवारों में भी सब तय हो चुका था. लेकिन ऐन मौके पर दूल्हे लवलेश ने शादी से इनकार कर दिया. उसका कहना था कि वह बीमार है और बारात लेकर नहीं आ सकता.
दुल्हन के घर वाले पहुंचे अस्पताल
लक्ष्मी के परिजनों ने जब संपर्क किया, तो यही कहा गया कि दूल्हे की तबीयत खराब है. लड़की पक्ष के लोग तुरंत अस्पताल पहुंचे, जहां लवलेश एक बेड पर लेटा मिला. लेकिन उसकी हालत सामान्य थी, जिससे यह शक और पुख्ता हो गया कि बीमारी का बहाना सिर्फ शादी टालने के लिए बनाया गया है.
दुल्हन के पिता ने कहीं ये बात
परिवारवालों ने बताया कि लड़के वालों ने शादी से पहले एक लाख रुपये नकद और एक अपाची बाइक की मांग की थी. लक्ष्मी के पिता साहब दीन ने बताया कि उन्होंने महीनों से शादी की तैयारियां की थीं. रिश्तेदारों का आना-जाना लगा हुआ था, खानपान और साज-सज्जा पर खर्च किया गया था. बेटी के हाथों में मेहंदी लग चुकी थी, मगर बारात नहीं पहुंची.
घटना की सूचना रात में पुलिस को दी गई। पीआरबी पुलिस मौके पर पहुंची लेकिन कोई समाधान नहीं निकल पाया। अब साहब दीन का परिवार न्याय की गुहार लगा रहा है। तीन बहनों में सबसे छोटी लक्ष्मी का सपना एक ही दिन में टूटकर बिखर गया.
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