नागेन्द्र मणि त्रिपाठी/गोरखपुर: क्या पौधों का भी यात्री टिकट कट सकता है, आप भी नहीं में ही जवाब देंगे. लेकिन गोरखपुर जिले से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. जहां एक रोडवेज बस में महिला कंडक्टर ने पौधों का यात्री टिकट काट दिया. यात्री ने जब इसका विरोध किया तो आरोप है कि उसने कहा कि जिससे शिकायत करना है कर दे लेकिन टिकट तो कटाना ही होगा.
जानिए क्या है पूरा मामला
गोरखपुर के तरंग तिराहे के पास की निवासी डॉक्टर जया अरुण श्रीवास्तव गोरखपुर के तारामंडल स्थित एक डिग्री कॉलेज में बीएड विभाग की विभागाध्यक्ष हैं उन्होंने बताया कि वह अपनी बीमार मां से मिलने के लिए बस्ती जनपद गई हुई थी. सोमवार की सुबह वह एक झोले में 3 से 4 पौधे लेकर रोडवेज की सरकारी बस में बैठ कर गोरखपुर लौट रही थी. जिसका नंबर UP 51 AT 1061 था.
पौधों का वसूला यात्री टिकट
बस में चढ़ने के बाद उन्होंने अपनी सीट के आगे पौधों को रख दिया. जिसके बाद महिला कंडक्टर ने पहले उनका टिकट काटा और फिर वह पौधों की तरफ इशारा करते हुए कहने लगी कि इसका भी टिकट लगेगा. सीट दी है, निकालो 97 रुपए. महिला ने जब इस बात का विरोध किया तो कंडक्टर ने जबरदस्ती पौधे का भी बस्ती से गोरखपुर का 97 रुपए का टिकट काट दिया.
कंडक्टर पर कार्रवाई की मांग
जिसके बाद बस में बैठे यात्री भी इसका विरोध करने लगे लेकिन कंडक्टर ने 97 रुपए डॉ जया से वसूल लिए. आरोप है कि रुपए लेने के बाद कंडक्टर ने कहा कि आपको जहां भी शिकायत करनी है कर दीजिए।डॉक्टर जया अरुण श्रीवास्तव इस मामले में मनमानी करने वाली कंडक्टर के खिलाफ उचित कार्रवाई की मांग कर रही है.
क्षेत्रीय प्रबंधक क्या बोले?
वहीं इस मामले में गोरखपुर के क्षेत्रीय प्रबंधक परिवहन विभाग लव कुमार सिंह ने महिला बस परिचालक का बचाव करते हुए कहा कि वह अभी सर्विस में नई हैं उन्हें नियमों की बारे में विस्तृत जानकारी नहीं है। महिला परिचालक की गलती यह है कि उसने पौधों का यात्री टिकेट काट दिया था लगेज वाला टिकेट नही काटी थी किसी भी तरह के निजी समान को साथ ले जाने पर कोई टिकट नहीं लगता है, अगर कंडक्टर ने पौधों के लिए यदि यात्री वाला टिकट काटा है तो इसकी जांच करवा कर कार्रवाई की जाएगी.
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