Bhadohi Hindi News/शरद मौर्य: उत्तर प्रदेश के भदोही में उस वक़्त सनसनी फैल गई, जब एक ग्रामीण न्याय की गुहार लगाते-लगाते थककर मोबाइल टावर पर चढ़ गया. भीषण गर्मी और ऊंचाई पर बैठा मल्लू न सिर्फ अपनी ज़मीन के लिए लड़ रहा था, बल्कि पूरे सिस्टम से सवाल पूछ रहा था, क्या गरीब की आवाज़ कभी सुनी जाएगी?
कहां का है मामला?
दरअसल, ये मामला गोपीगंज कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत किशुनदेवपुर गांव की बताई जा रही है. जहां न्याय न मिलने से परेशान एक ग्रामीण मल्लू बिंद मोबाइल टावर पर चढ़ गया. मल्लू बिंद का आरोप है कि उसकी भूमिधरी जमीन पर कुछ बाहरी लोग जबरन कब्जा करने की कोशिश कर रहे हैं. यह शिकायत वह पिछले डेढ़ साल से लगातार तहसील, थाना और जिला प्रशासन तक करता आ रहा है, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है. प्रशासन की बेरुखी और पुलिस की निष्क्रियता से हताश होकर उसने यह कदम उठाया.
गुरुवार को दोपहर के समय वह गांव के पास स्थित एक मोबाइल टावर पर चढ़ गया और करीब तीन घंटे तक वहीं बैठा रहा. सूचना मिलते ही क्षेत्राधिकारी सदर की अगुवाई में पुलिस बल मौके पर पहुंचा. कई बार समझाने-बुझाने के बावजूद मल्लू अपनी मांग पर अड़ा रहा.
करीब तीन घंटे की मशक्कत के बाद पुलिस और प्रशासन की टीम उसे सुरक्षित नीचे उतारने में सफल रही. इस पूरे घटनाक्रम ने प्रशासनिक तंत्र की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए हैं. ग्रामीणों का कहना है कि अगर समय रहते पीड़ित की शिकायतों पर सुनवाई होती, तो उसे इतना बड़ा कदम उठाने की नौबत नहीं आती.