Sonbhadra Latest News: इन दिनों सोनभद्र का एक मामला चर्चाओं का विषय बना हुआ है. जहां पर एक व्यक्ति ने कई लोगों से रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों रुपये ले लिया. लंबे समय तक इंतजार और भरोसे में रखने के बाद जब नौकरी नहीं मिली, तो पीड़ित अभ्यर्थियों ने उसकी तलाश शुरू की.
कहां का है आरोपी?
रायपुर थाना क्षेत्र के रामपुर गांव निवासी मनोज कुमार पांडे पर रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर 50 लाख रुपये की ठगी का गंभीर आरोप लगा है. देवरिया जिले के आठ युवाओं, जिनमें एक युवती भी शामिल है, उन सभी का आरोप है कि मनोज ने दो वर्ष पूर्व रेलवे ग्रुप डी में भर्ती कराने के नाम पर प्रत्येक से बड़ी रकम वसूली और फिर फरार हो गया.
कहां पकड़ा गया आरोपी?
लंबे समय तक इंतजार और भरोसे में रखने के बाद जब नौकरी नहीं मिली, तो पीड़ित अभ्यर्थियों ने मनोज की तलाश शुरू की और हाल ही में बिहार के कैमूर जिले के भभुआ थाना क्षेत्र से उसे पकड़ने में कामयाब रहे. वहां भभुआ थाने में पुलिस की मौजूदगी में 1000 रुपये के स्टांप पेपर पर आरोपी और उसकी मां ने लिखित रूप से पैसे लौटाने की बात स्वीकार की और सभी पीड़ितों को रामपुर स्थित अपने घर बुलाया.
पीड़ितों ने शुरू किया धरना
लेकिन जब सभी आठ पीड़ित रामपुर पहुंचे तो आरोपी मनोज और उसका परिवार घर में ताला लगाकर फरार हो गया. पीड़ितों के अनुसार, उन्होंने मौके पर पहुंचकर स्थानीय पुलिस को सूचना दी, दस्तावेज भी दिखाए, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई. इसके बाद से सभी आठ पीड़ित मनोज के घर के बाहर धरने पर बैठे हैं. इनका कहना है कि जब तक उन्हें न्याय नहीं मिलेगा और उनका पैसा नहीं लौटाया जाएगा, वे वहीं बैठे रहेंगे चाहे इसके लिए उन्हें अपनी जान ही क्यों न देनी पड़े.
प्रशासन से लगाई न्याय की गुहार
पीड़ितों ने पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र भी सौंपा है और गुहार लगाई है कि उन्हें न्याय दिलाया जाए. सभी पीड़ित पिछले दो दिनों से भूख हड़ताल पर हैं और प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि आरोपी को गिरफ्तार कर उनका पैसा वापस दिलवाया जाए.
ग्रामीणों का कहना है कि आरोपी मनोज कुमार पांडे पहले भी इस तरह की ठगी कर चुका है और रेलवे भर्ती के नाम पर एक सिंडिकेट चला रहा था. इस घटना से इलाके में आक्रोश व्याप्त है और सभी की निगाहें अब प्रशासन की अगली कार्रवाई पर टिकी हैं.