कुलदीप चौहान/बागपत: सावन का महीना चल रहा है. बाबा के भक्त कांवड़ लेकर सड़कों पर बम-बम भोले के जयकारों के साथ नजर आ रह हैं. बागपत जिले में भी कांवड़ लेकर आने वाले बाबा के भक्तों का हुजूम दिख रहा है. लेकिन जिले में गुरुवार को दिखी एक कांवड़ को देखकर हर कोई हैरान रह गया. इस अनोखी कांवड़ ने लोगों को नीला ड्रम और मेरठ के सौरभ हत्याकांड की याद दिला दी.
बागपत में दिखी अनोखी कांवड़
दरअसल, बागपत में आज एक अनोखी कांवड़ हरिद्वार से पहुंची. दो कांवड़िये नीले ड्रम में 120 लीटर गंगा जल लेकर दिल्ली के नरेला जा रहे हैं ताकि नीले ड्रम की कांवड़ देखकर लोगों के मन में जो डर मेरठ में सौरभ हत्याकांड से हुआ था. वह नीले ड्रम का भय खत्म हो ओर भगवान भोले नाथ से प्रार्थना है कि इस तरह की घटनाये न हो लोगों को सदबुद्धि दे.
नीले ड्रम का भय खत्म करना मकसद
आपको बता दें कि दिल्ली में नरेला लामपुर गांव के रहने वाले हिमांशु और उनके एक साथ हर वर्ष हरिद्वार से काँवड़ लेकर आते हैं. लेकिन इस बार उनके मन में आया कि क्यों न लोगों में जो भय मेरठ में सौरभ हत्याकांड के बाद आ गया था और लोग नीले ड्रम से डरकर नीले ड्रम को घरों से फेंक रहे थे और सोशल मीडिया पर यह सब वायरल भी हुआ था.
इसलिए इस बार नीले ड्रम में 120 लीटर गंगाजल की कांवड़ लेकर हरिद्वार से चले है ताकि लोग इस नीले ड्रम की कांवड़ को देखकर इससे डरे नहीं. वहीं इन कांवड़ियों का कहना है कि वे नरेला में अपने गांव के शिव मंदिर में 23 जुलाई को जलाभिषेक करेंगे और लोगों को नीले ड्रम का जल वितरित भी करेंगे. कहा कि भगवान भोले नाथ से प्रार्थना करते हैं कि लोगों को सदबुद्धि दे ताकि मेरठ जैसे घटनाएं घटित न हों.