Varanasi News: उत्तर प्रदेश के वाराणसी से एक हैरान करने वाली कहानी सामने आई है, जहां एक युवक ने सिर्फ शादी करने के लिए नाटक की हद पार कर दी. प्यार पाने और ससुरालवालों की नौकरी वाली शर्त पूरी करने की जिद में वह बन गया फर्जी टीटीई बन गया, लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था, लव स्टोरी शुरू होने से पहले ही जेल की सलाखों के पीछे पहुंच गया.
प्यार में पड़ा युवक बना टिकट चेक करने वाला
मध्य प्रदेश के रीवा जिले के एक गांव का रहने वाला आदर्श बीटेक पास है. उसकी एक लड़की से मोहब्बत थी, लेकिन बात तब बिगड़ने लगी जब लड़की के घरवालों ने शादी की मंजूरी के लिए सरकारी नौकरी की शर्त रख दी. फिर क्या था, आदर्श ने एक ऐसा रास्ता चुना, जो उसे सीधा सलाखों के पीछे ले गया.
कैसे बना फर्जी TTE?
महबूबा से शादी करने की चाहत में आदर्श ने साइबर कैफे का सहारा लिया. उसने फर्जी रेलवे आईडी कार्ड और वर्दी बनवाकर खुद को टीटीई साबित कर दिया. इसके बाद वह वाराणसी कैंट स्टेशन पर जाकर यात्रियों से टिकट चेकिंग के नाम पर वसूली करने लगा. आरोपी के पास से फर्जी आईकार्ड, रेलवे यूनिफॉर्म और कई फर्जी टिकट बरामद हुए हैं.
फर्जी टिकट बनाना बना मुसीबत की वजह
पूरे मामले का खुलासा तब हुआ जब आदर्श ने 18 जून को एक महिला को फर्जी टिकट थमा दिया. जब उसकी जांच हुई तो सामने आया कि उस टिकट में जिस कोच का उल्लेख था, वह ट्रेन में था ही नहीं. महिला के भाई ने इसकी शिकायत दर्ज कराई. इसके बाद 26 जून को एक अन्य व्यक्ति दिनेश को भी फर्जी टिकट पकड़ा दिया गया, जिसने जब पीएनआर जांचा तो मामला फर्जी निकला.
GRP और RPF ने की कार्रवाई
शिकायत मिलते ही GRP और RPF हरकत में आ गई. आदर्श को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया गया. उसके पास से फर्जी आईडी कार्ड, रेलवे यूनिफॉर्म और फर्जी टिकट बरामद किए गए. पुलिस पूछताछ में आदर्श ने कबूल किया कि उसने मार्च 2025 में अपने गांव से साइबर कैफे के जरिए फर्जी आईडी बनवाई थी. इसके बाद वह खुद को रेलवे टीटीई बताकर यात्रियों को नकली टिकट देकर ठगी करने लगा. अब वह अपनी दुल्हन को लाने से पहले ही जेल पहुंच गया.