Ayodhya Hindi News/प्रवेश कुमार: भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या की सुरक्षा को लेकर शासन और प्रशासन पूरी तरह सतर्क है. लगातार बढ़ती श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए अब सुरक्षा को और पुख्ता बनाया जा रहा है. इसी दिशा में अब अयोध्या में रहने वाले किरायेदारों और होम स्टे में ठहरने वाले लोगों का शत-प्रतिशत सत्यापन कराया जा रहा है.
अधिकारियों के अनुसार, चाहे व्यक्ति किसी होटल में रुका हो, होम स्टे में ठहरा हो या फिर किसी स्थानीय नागरिक के मकान में किराए पर रह रहा हो, सभी का पुलिस के माध्यम से सत्यापन अनिवार्य किया गया है.
त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था
अयोध्या में पहले से ही त्रिस्तरीय सुरक्षा घेरे की व्यवस्था लागू है, जिसमें रेड जोन, येलो जोन और ग्रीन जोन के जरिए पूरे शहर को सुरक्षा कवच में बांधा गया है. 10,000 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे शहर के विभिन्न हिस्सों में लगाए गए हैं, जो हर छोटी-बड़ी गतिविधि पर पैनी नजर रखते हैं.
एआई तकनीक से निगरानी
अब सुरक्षा व्यवस्था में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की तकनीक को भी शामिल कर लिया गया है. इससे शहर में लगे कैमरे ‘तीसरी आंख’ की तरह हर गतिविधि की निगरानी कर रहे हैं. इससे सुरक्षा तंत्र पहले से ज्यादा तकनीकी रूप से सक्षम हो गया है.
किरायेदारों का सघन सत्यापन
स्थानीय नागरिकों की मदद और बीट पुलिस के सहयोग से अयोध्या में रह रहे हर किरायेदार की जानकारी एकत्र कर सत्यापन कराया जा रहा है. पुलिस का कहना है कि संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी तुरंत दी जाए ताकि कोई चूक न हो.
पुलिस की अपील
आईजी रेंज प्रवीण कुमार ने कहा कि अयोध्यावासियों से अपील है कि यदि उनके आसपास कोई संदिग्ध व्यक्ति या गतिविधि नजर आती है, तो तुरंत पुलिस को सूचना दें, बीट स्तर पर हमारे अधिकारी लगातार सत्यापन की प्रक्रिया में जुटे हैं.
प्रवेश से निकास तक सुरक्षा
अयोध्या में प्रवेश द्वार से लेकर निकास द्वार तक भारी संख्या में सुरक्षा बल तैनात हैं. हर आने-जाने वाले व्यक्ति की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है. किसी भी तरह की चूक न हो, इसके लिए पूरी टीम सतत रूप से कार्यरत है.
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