Ayodhya Hindi News/प्रवेश कुमार: सदियों से रामनगरी अयोध्या को अध्यात्म, श्रद्धा और आस्था की नगरी के रूप में जाना जाता रहा है, लेकिन अब यह शहर प्रकृति प्रेम और हरियाली के एक नए अध्याय की ओर बढ़ रहा है. 9 जुलाई को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अयोध्या में 'फॉरेस्ट सिटी' परियोजना का शिलान्यास करेंगे और पौधरोपण कर हरित क्रांति की शुरुआत करेंगे.
सीएम योगी का यह दौरा लगभग दो घंटे का रहेगा. इस दौरान वे दशरथ पथ स्थित सोलर पैनल क्षेत्र के पास 'फॉरेस्ट सिटी' की आधारशिला रखेंगे. इसके बाद वे रामलला और हनुमानगढ़ी में दर्शन-पूजन कर जनता को हरित भविष्य का संदेश देंगे.
पहले चरण में 14,000 पौधे लगेंगे
फॉरेस्ट सिटी योजना के पहले चरण में कुल 14,000 पौधे रोपित किए जाएंगे. इस कार्य के लिए तीन स्थानों का चयन किया गया था.
1. पंडितपुर गांव, तहसील सोहावल
2. मां कामाख्या धाम, तहसील रुदौली
3. रामपुर हलवारा गांव, तहसील सदर
इनमें से रामपुर हलवारा गांव को अंतिम रूप से चुना गया है. यहां व्यापक स्तर पर वृक्षारोपण और हरियाली का विकास किया जाएगा.
श्रद्धालुओं को मिलेगा प्रकृति का सौंदर्य
फॉरेस्ट सिटी के तहत विकसित की जा रही हरित वाटिकाएं न केवल शहरवासियों को प्राकृतिक वातावरण देंगी, बल्कि राम मंदिर दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों को भी हरी-भरी और सुंदर जगहों का अनुभव मिलेगा. यह परियोजना अयोध्या की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक पहचान को हरियाली से जोड़ते हुए पर्यावरण के संरक्षण में भी अहम भूमिका निभाएगी.
प्रशासन तैयारियों में जुटा
कमिश्नर गौरव दयाल ने बताया कि सभी आवश्यक तैयारियां पूरी की जा रही हैं. शासन से लेकर स्थानीय प्रशासन तक इस योजना को सफल बनाने के लिए पूरी तत्परता से कार्य कर रहा है.
और पढे़ं: