Ayodhya News: सप्तपुरियों में से प्रथम पुरी अयोध्या जी को समर्पित है. ये नगरी शांत निर्मल एवं जीवनदायिनी सरयू नदी के तट पर बसी हुई है. हिन्दू ग्रंथों के वर्णन के अनुसार अयोध्या सत्य और धर्म के पर्याय प्रभु श्री रामचन्द्रजी की जन्मभूमि है. भगवान विष्णु के अवतार श्री राम ने अधर्म व असत्य का अंत करने के लिए राजा दशरथ के पुत्र के रूप में अयोध्या में ही जन्म लिया था. इसलिए अयोध्या को धर्मनगरी भी कहा जाता है. अयोध्या में भगवान राम से संबंधित कई धार्मिक स्थल मौजूद हैं. आइए जानते हैं.
गुप्तार घाट
अयोध्या में रामलला के अलावा भी भगवान राम से संबंधित अनेक धार्मिक एवं दर्शनीय स्थल हैं. इनमें से एक है गुप्तार घाट. जिसे प्रभु श्रीराम के संसार से प्रस्थान करने का स्थान माना जाता है. यह वही जगह है, जहां प्रभु श्रीराम अंतिम डुबकी लगाकर बैकुंठ धाम को लौट गए थे.अयोध्या आने वाले श्रद्धालु बजरंगबली के दर्शन के लिए हनुमान अवश्य जाते हैं क्योंकि ऐसी मान्यता है कि हनुमान गढ़ी के दर्शन के बिना अयोध्या यात्रा पूर्ण नहीं होती.
हनुमान गढ़ी
जनश्रुति के अनुसार रावण का वध करने के बाद जब श्री रामचन्द्रजी अयोध्या वापस आए. तब उन्होंने हनुमान गढ़ी नामक यह स्थान हनुमान जी को रहने के लिए प्रदान किया था. अथर्ववेद में वर्णन है कि भगवान श्री रामचंद्र जी ने हनुमान जी को हनुमान गढ़ी समर्पित करते हुए आशीर्वाद दिया था कि जब भी कोई अयोध्या में मेरे दर्शन करने आएगा तो पहले उसे आपके अर्थात हनुमान जी के दर्शन करने होंगे.
मानस में बताया गया सरयू स्नान का महत्व
तब से लेकर आज तक भक्त राम लला के दर्शन से पहले हनुमानगढ़ी जाकर बजरंगबली के दर्शन करते हैं. अयोध्या की उत्तर दिशा में बहने वाली अमृत तुल्य सरयू नदी के तट भी धार्मिक महत्व के स्थल है. श्री रामचरित्र मानस में तुलसीदास जी ने सरयू स्नान का महत्व बताया है.
सभी तीर्थों के बराबर मिलता है पुण्य
हिन्दू मान्यता के अनुसार सरयू नदी के जल में स्नान मात्र से ही सभी तीर्थों के पुण्य की प्राप्ति हो जाती है. धार्मिक महत्व के कारण सरयू नदी श्रद्धालुओं के लिए अति पूजनीय है. पिछले कुछ वर्षों में सरकार द्वारा सरयू तट आधुनिक रूप से विकसित कर दिया गया है. जिसके कारण यह अब श्रद्धालुओं के साथ साथ पर्यटकों के लिए भी आकर्षण का केन्द्र है. शाम को सैलानी यहां नौका विहार और घूमने के लिए आते हैं.
घूमने के लिए ये जगहें भी
इनके अतिरिक्त भी अयोध्या में दर्शन एवं पर्यटन के लिए अनेक स्थान है जैसे छोटी देवकाली मंदिर,कनक भवन, सीता रसोई,भरतकुंड सहित अयोध्या में 10 हजार से ज्यादा मठ मन्दिर हैं.