अवनीश सिंह/ अयोध्या धाम: अयोध्या राम मंदिर में 22 जनवरी को रामलला की मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा होगी. इसकी तैयारियां जोरों पर हैं. देश-विदेश के कई अति विशिष्ठ लोगों को आमंत्रण दिया गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों रामलला गर्भग्रह में विराजमान होंगे. राम मंदिर निर्माण के लिए लोगों ने करोड़ों रुपये दान दिए हैं. इसी कड़ी में फतेहपुर जिला कारागार से भावुक करने वाली खबर सामने आई है. यहां के कुछ मुस्लिम कैदियों ने राम मंदिर के लिए रात- दिन काम कर अपनी कमाई का पाई- पाई राम मंदिर निर्माण के लिए दान दे दिया.
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अयोध्या में कल रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा होने जा रही है. पूरे देश में अयोध्या में बन रहे राम मंदिर को लेकर उत्साह है. लोग अपने-अपने तरीके से रामलला के लिए बनने वाले मंदिर निर्माण किए सहयोग कर रहे है. फतेहपुर की जिला कारागार के बंदियों ने भी रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के मौके पर बांटे जाने वाले प्रसाद के लिए थैले बनाकर केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति को सौंपे हैं. साथ ही जिला कारागार के कैदी जियाउल हसन ने झाडू लगाकर जो पैसा इकट्ठा किया है, उसे राम मंदिर निर्माण के लिए दान कर दिया है. कैदी के प्रयास को देखकर चंदा लेने पहुंची केंद्रीय मंत्री की आंख में आंसू आ गए.
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जिला कारागार में बंद कैदियों ने अयोध्या में राममंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा के मौके पर अपने हाथ से पिछले गई दिनों से झोले बना रहे थे. उनका मकसद था की प्राण-प्रतिष्ठा में दिए जाने वाले प्रसाद को इन्ही कपड़े के थैलों में भरकर दिया जाए. जिले की सांसद केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति आज जिला कारागर उन्हीं थैलों को लेने के लिए पुहंची थी. लेकिन वहीं कुछ ऐसा हुआ जिसने साध्वी की आंखों में आंसू ला दिए. जिला कारागार में पिछले दो साल से बंद कैदी जियाउल हसन जेल में झाडू लगाकर कुछ पैसे इकट्ठा किए थे और उन पैसे की एक करीब 1100 रुपये की चेक केंद्रीय मंत्री को सौंपी है. बतादें कि जिलाउल को झाडू लागाने के लिए जेल में एक दिन में 25 रुपये मजदूरी मिलती थी करीब 45 दिनों की मजदूरी को उसने राम मंदिन निर्माण के लिए चंदे के तौर पर दे दी. जिलाउल की इस पहले ने उन तमाम लोगों को आइना दिखा दिया है. जो राम मंदिर की प्राण –प्रतिष्ठा पर सवाल खड़े कर रहे थे.