Ayodhya News/प्रवेश कुमार: श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के परिसर को एक आधुनिक, सुरक्षित और आध्यात्मिक वातावरण देने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम उठाया जा रहा है. मंदिर निर्माण के साथ-साथ अब परिसर को भव्यता देने वाली 45 करोड़ की योजना को आज अंतिम रूप दिया जाएगा. इस योजना में हाईटेक बाउंड्री वॉल, एक अत्याधुनिक संग्रहालय और विशेष फसाद लाइटिंग शामिल है.
4 KM लंबी हाईटेक बाउंड्री वॉल
राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने बताया कि मंदिर परिसर के चारों ओर करीब 4 किलोमीटर लंबी मजबूत बाउंड्री वॉल बनाई जाएगी, जिसका निर्माण कार्य अगले 15 दिनों में शुरू हो जाएगा. यह दीवार अत्याधुनिक सुरक्षा व्यवस्था से लैस होगी, जिसमें सेंसर, वॉच टावर और अन्य निगरानी उपकरण लगाए जाएंगे, जिससे किसी भी अनधिकृत प्रवेश की जानकारी तुरंत मिल सके.
ऐतिहासिक संग्रहालय मार्च 2026 तक तैयार होगा
राम मंदिर आंदोलन से जुड़े ऐतिहासिक तथ्यों को समेटने वाला एक आधुनिक संग्रहालय भी तैयार किया जाएगा. इसमें 3D और मिक्स्ड रियलिटी टेक्नोलॉजी के माध्यम से आंदोलन से जुड़े प्रसंग, आंदोलनकारियों की भूमिका और ऐतिहासिक घटनाओं को प्रदर्शित किया जाएगा. इसकी रूपरेखा तैयार हो चुकी है और टेंडर आज ही जारी किया जाएगा. लक्ष्य है कि यह संग्रहालय मार्च 2026 तक श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया जाए.
दिसंबर 2025 तक मंदिर निर्माण पूर्ण
मंदिर निर्माण कार्य के बारे में नृपेंद्र मिश्र ने बताया कि यह अब अंतिम चरण में है और दिसंबर 2025 तक मंदिर परिसर का निर्माण पूर्ण हो जाएगा. न्यास से मंदिर परिसर के हस्तांतरण की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है.
लाइटिंग डिजाइन पर असंतोष, फिर से मांगी गई प्रस्तुति
परिसर की फसाद लाइटिंग को लेकर मिश्र ने असंतोष जताया. उन्होंने कहा कि तीन कंपनियों के मॉडल संतोषजनक नहीं थे. अब लाइट और शैडो के संतुलन के साथ मंदिर की आइकॉनोग्राफी को उभारने पर जोर रहेगा. नई लाइटिंग डिजाइन के लिए कंपनियों से फिर से प्रस्तुति मांगी गई है, जो अगली बैठक में पेश की जाएगी.
चार प्रमुख द्वारों के नाम तय होंगे
मंदिर परिसर में बनाए जा रहे चार प्रमुख द्वारों के नामों को लेकर भी स्पष्टता लाई जाएगी. साथ ही परिसर की शांति और दिव्यता बनाए रखने के लिए अत्यधिक चमक-धमक वाली लाइटिंग से परहेज किया जाएगा.
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