अमित अग्रवाल/बदायूं: उत्तर प्रदेश के बदायूं जनपद में शुक्रवार देर शाम एक बड़ा औद्योगिक हादसा सामने आया, जब उझानी कस्बे के बाहर स्थित भारत मिंट ऑयल फैक्ट्री में तेज आंधी और तूफान के चलते भीषण आग लग गई. आग लगते ही फैक्ट्री में जोरदार विस्फोट हुए, जिससे आसपास का इलाका दहल उठा.आग इतनी भीषण थी कि उसका धुआं करीब 4 किलोमीटर दूर से ही दिखाई दे रहा था. साथ ही सिलेंडर फटने की भी आवाजें सुनाई दे रही थीं. हादसे के वक्त फैक्ट्री के भीतर करीब 250 लोग काम कर रहे थे. आग बुझाने में दमकल की 5 गाड़ियां लगीं, डीएम ने कहा, सभी लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया.
खिड़कियों और दीवारों से कूदकर बाहर भागे लोग
फैक्ट्री में मौजूद कर्मचारियों ने जान बचाने के लिए खिड़कियों और दीवारों से कूदकर बाहर भागना शुरू कर दिया. चश्मदीदों के मुताबिक, कई कर्मचारी फैक्ट्री से बाहर नहीं निकल सके और मलबे व आग की चपेट में आ गए. जिलाधिकारी ने हताहत से इनकार किया, पर घटनास्थल पर एंबुलेंस की कतार लग गई. आग इतनी विकराल थी कि उसकी लपटें दूर-दूर तक दिखाई दे रही थीं.
डीएम ने क्या कहा....
बदायूं के जिलाधिकारी ने हादसे में किसी की मौत या गंभीर जनहानि से इनकार किया है. उनका कहना है कि फायर ब्रिगेड की टीमें लगातार आग पर काबू पाने का प्रयास कर रही हैं और अभी तक कोई शव या बर्न केस अस्पताल नहीं पहुंचा है. हालांकि प्रत्यक्षदर्शियों और मौके पर मौजूद लोगों की मानें तो कई लोग फैक्ट्री के अंदर दबे थे. हादसे के समय एक ट्रक हाइड्रोजन सिलेंडर लेकर फैक्ट्री परिसर में मौजूद था. ट्रक चालक राजकुमार ने बताया कि फैक्ट्री के भीतर अभी भी करीब 70 किलो हाइड्रोजन गैस मौजूद है, जो अगर आग की चपेट में आई, तो तबाही की और बड़ी आशंका हो सकती है.
विस्फोट से कई किलोमीटर दूर तक सुनाई दी धमाके की आवाज
बॉयलर फटने के बाद फैक्ट्री में लगातार छोटे-बड़े विस्फोट होते रहे, जिससे दमकल कर्मियों के लिए आग बुझाना चुनौती बन गया. आग की लपटें कई किलोमीटर दूर से दिखाई दे रही हैं और धमाके की आवाजें दूर-दूर तक सुनाई दी.
गांव खाली कराया गया
एहियातन गांव खाली कराया गया, कई जिलों सेएंबुलेंस और दमकल बुलाई गई. प्रशासन ने खतरे को भांपते हुए फैक्ट्री के पास स्थित कूड़ा नरसिंहपुर गांव को पूरी तरह खाली करा लिया. जहरीली गैस के रिसाव की आशंका को देखते हुए प्रशासन ने गांव को खाली कराया है. गांव की आबादी तकरीबन 900 है. ये लोग उझानी, संजरपुर, हजरतगंज चले गए हैं। इन्हें बारातघर, ग्राम सचिवालय और धर्मशाला और मंदिर में ठहराया गया है। बदायूं के साथ-साथ आस-पास के जिलों से एंबुलेंस और दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंचाई गई. घटना के कई घंटे बाद भी यह साफ नहीं हो पाया है कि कितने लोग घायल हुए या मारे गए हैं.