Pilibhit Hindi News/मो. तारिक: उत्तर प्रदेश के पीलीभीत ज़िले से चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक युवक ने आरोप लगाया है कि शराब छुड़वाने के नाम पर उसके परिवार को बहलाकर उनका धर्म परिवर्तन कराया गया. मामला भारत-नेपाल बॉर्डर से सटे बेलहा गांव का है, जहां एक महिला ने सिर्फ इस उम्मीद में अपना धर्म बदल लिया कि उसका शराबी पति इस लत से छुटकारा पा जाएगा.
गांव के रहने वाले पाला को शराब की बुरी लत है, जिससे उसकी पत्नी बेहद परेशान थी. पाला की लगभग 10 साल की बेटी हरमीत ने बताया कि उसके पिता रोज़ाना शराब पीते हैं और घर में झगड़ा करते हैं. इसी कारण कुछ लोगों ने उसके माता-पिता को यह भरोसा दिलाया कि अगर वे ईसाई धर्म अपना लेंगे तो उनके घर की समस्याएं खत्म हो जाएंगी और पाला की शराब की लत भी छूट जाएगी.
धर्म परिवर्तन के बढ़ी परेशानियां
हरमीत ने बताया कि धर्म परिवर्तन के बाद भी पिता की शराब की आदत में कोई सुधार नहीं आया. उल्टा घर की परेशानियां और बढ़ गई. परिजनों का कहना है कि वे अब खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं. स्थानीय लोगों और पीड़ित परिवारों का दावा है कि नेपाल बॉर्डर से सटे कई गांवों में भी इस तरह की घटनाएं हो रही हैं. आर्थिक रूप से कमजोर, बीमार या सामाजिक रूप से परेशान लोगों को बहलाकर उनसे जबरन या छल से धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है. धर्म परिवर्तन के पीछे ‘बीमारी से छुटकारा’, ‘शराब की लत से मुक्ति’ या ‘आर्थिक मदद’ जैसे झूठे बहाने बनाकर भोले-भाले लोगों को निशाना बनाया जा रहा है.
जांच की मांग
गांव के लोगों ने प्रशासन से इस पूरे मामले की जांच की मांग की है. उनका कहना है कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो यह सिलसिला और तेज़ी से बढ़ सकता है.
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