अजय कश्यप/बरेली: इज्जतनगर क्षेत्र स्थित बरेली सेंट्रल जेल में उम्रकैद की सजा काट रहे एक कैदी ने गुरुवार सुबह फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. कैदी की पहचान लखीमपुर खीरी निवासी 32 वर्षीय मुकेश कुमार के रूप में हुई है, जिसे पॉक्सो एक्ट के तहत दोषी ठहराए जाने के बाद उम्रकैद की सजा मिली थी.
पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया शव
सूत्रों के मुताबिक, मुकेश ने बैरक के बरामदे में लोहे के एंगल से गमछे का फंदा बनाकर जान दे दी. जब तक अन्य कैदी और जेलकर्मी कुछ समझ पाते, वह दम तोड़ चुका था. जेल प्रशासन ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और उसके परिजनों को सूचना देकर बुला लिया गया है.
क्या बोले जेलर?
जेलर नीरज कुमार ने बताया कि मृतक मानसिक रूप से अस्वस्थ था और उसका इलाज जेल अस्पताल के डॉक्टरों की देखरेख में चल रहा था. वह विशेष निगरानी बैरक में रखा गया था, जहां मानसिक रोग से पीड़ित अन्य कैदी भी रहते हैं. इसके बावजूद मुकेश निगरानी से बचते हुए खुदकुशी करने में सफल हो गया, जिससे जेल प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो गए हैं.
पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद होगी आगे की कार्रवाई
मुकेश कुमार को 23 सितंबर 2021 को लखीमपुर खीरी के विशेष न्यायाधीश (पॉक्सो एक्ट-11) की अदालत ने एक मामले में दोषी ठहराते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी. अब जेल प्रशासन पूरे घटनाक्रम की आंतरिक जांच कर रहा है. साथ ही जिन कर्मचारियों की ड्यूटी उस समय थी, उनकी जिम्मेदारी तय करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. जेल प्रशासन ने मामले में मजिस्ट्रेट जांच की संस्तुति की है. उधर, इज्जतनगर पुलिस ने पंचनामा भरकर शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है. रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.
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