Ghazipur Flood: उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में बाढ़ की विभिषिका के बीच अब स्थिति धीरे-धीरे सामान्य होती दिख रही है. गंगा नदी के जलस्तर में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है. वहीं, गंगा का जलस्तर कम होने पर प्रशासन ने थोड़ी राहत की सांस ली है. फिलहाल टीमें लगातार निगरानी बरत रही हैं.
28 हजार आबादी बाढ़ से प्रभावित
जिलाधिकारी सहित तमाम अधिकारी लगातार बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा कर रहे हैं. पांच तहसीलों के 156 राजस्व गांव में बाढ़ का असर देखा गया. इनमें से 65 मजरे ऐसे हैं, जहां आवागमन ठप हो चुका था. इन क्षेत्रों में 250 नावें लगाई गई हैं, जिससे लोगों को राहत मिल रही है. एडीएम प्रशासन दिनेश कुमार ने गुरुवार की शाम साढ़े 6 बजे इसकी पुष्ट की है. इस दौरान उन्होंने बताया कि लगभग 28 हजार की जनसंख्या से जुड़े 6600 परिवार इस बाढ़ से प्रभावित हुए हैं.
गर्भवती महिलाओं का विशेष ख्याल
उन्होंने बताया कि अब तक 2,500 राहत किट और 38444 के करीब लंच पैकेट वितरित किए जा चुके हैं. प्रभावितों को प्रतिदिन दो समय पका पकाया भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है. पशुपालकों के लिए भूसे की व्यवस्था भी प्रशासन द्वारा की गई है. गर्भवती महिलाओं की सुरक्षा को लेकर भी विशेष सतर्कता बरती जा रही है, जिनकी डिलीवरी डेट बाढ़ के दौरान थी, उन्हें पहले ही सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट कर दिया गया है. बाकियों पर आशा कार्यकर्ताओं के माध्यम से निगरानी रखी जा रही है.
डोर-टू-डोर दवा वितरण
एडीएम ने ये भी बताया कि डोर-टू-डोर दवा वितरण और सेनिटाइजेशन का काम शुरू हो चुका है. साथ ही, जिनके मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं, उनके लिए पात्रता के अनुसार मुआवजे की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है. प्रशासन का दावा है कि शासन के निर्देशों का शत-प्रतिशत पालन सुनिश्चित किया जा रहा है. फिलहाल गंगा का जलस्तर घट रहा है, लेकिन जिला प्रशासन हर स्तर पर सतर्कता बनाए हुए है ताकि किसी भी तरह की अनहोनी से बचा जा सके.
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