UP Latest News: उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में स्थित मखौड़ा धाम एक प्राचीन और धार्मिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण स्थल है. मान्यता है कि यहीं पर अयोध्या नरेश राजा दशरथ ने पुत्रेष्टि यज्ञ किया था. यह धाम रामकथा का एक महत्वपूर्ण अध्याय है.
धार्मिक मान्यता के अनुसार
राजा दशरथ की पुत्री शांता का विवाह ऋषि श्रृंग से हुआ था. उन्हीं के माध्यम से यह यज्ञ संभव हो सका. इस प्रसंग ने मखौड़ा धाम की महत्ता को और भी बढ़ा दिया है. मखौड़ा धाम के पास स्थित रामरेखा मंदिर भी इस क्षेत्र की आस्था का केंद्र है. यह मंदिर स्थानीय जनमानस में गहरी आस्था का प्रतीक बना हुआ है और यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन हेतु आते हैं.
लंबे समय से उपेक्षा का शिकार रहे इस पवित्र स्थल पर अब विकास की नई लहर दौड़ रही है. यहां मंदिर निर्माण और जीर्णोद्धार का कार्य तेजी से चल रहा है. प्रशासनिक सहयोग से मखौड़ा धाम को पर्यटन और धार्मिक दृष्टि से विकसित करने की दिशा में ठोस प्रयास किए जा रहे हैं.
इतिहासकारों के अनुसार, प्राचीन काल में बस्ती क्षेत्र को वाशिष्ठी कहा जाता था, क्योंकि यह ऋषि वशिष्ठ का तपोस्थल माना जाता है. ब्रिटिश काल में यह क्षेत्र जंगल और झाड़ियों से घिरा हुआ था, लेकिन धीरे-धीरे बसावट बढ़ी और इसे "बस्ती" नाम मिला. मखौड़ा धाम आज न केवल धार्मिक दृष्टि से, बल्कि सांस्कृतिक और ऐतिहासिक रूप से भी बस्ती जिले की पहचान बन चुका है. स्थानीय लोगों को उम्मीद है कि जल्द ही यह स्थल राष्ट्रीय स्तर पर एक प्रमुख तीर्थ के रूप में अपनी पहचान बनाएगा.