प्रमोद कुमार गौड़/कुशीनगर: उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले के रामपुर सोहरौना गांव निवासी सीआरपीएफ के असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर (ASI) सत्यवान सिंह शनिवार को ओडिशा के राउरकेला में नक्सली ऑपरेशन के दौरान आईईडी ब्लास्ट में शहीद हो गए. वे सीआरपीएफ की 134 बटालियन में तैनात थे और एसओजी के साथ संयुक्त ऑपरेशन में भाग ले रहे थे.
गंभीर रूप से घायल सत्यवान इलाज के दौरान शहीद
घटना के बाद सत्यवान सिंह को गंभीर हालत में राउरकेला के अपोलो अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उन्होंने अंतिम सांस ली. ब्लास्ट में उनके बाएं पैर में गंभीर चोटें आई थीं. चिकित्सकों के सभी प्रयास विफल रहे और परिवार को यह दुखद सूचना दे दी गई.
2010 में सीआरपीएफ में हुए थे भर्ती
सत्यवान सिंह ने 2010 में सीआरपीएफ जॉइन किया था और नक्सल प्रभावित इलाकों में कई ऑपरेशनों में भाग ले चुके थे. 2015 में उनकी शादी देवरिया की प्रियंका से हुई थी. उनका एक 8 वर्षीय बेटा सभ्य सिंह है. शहादत की खबर मिलते ही पत्नी, बेटे और परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है.
पार्थिव शरीर का राजकीय सम्मान के साथ होगा अंतिम संस्कार
परिजनों के अनुसार, शहीद का पार्थिव शरीर रविवार सुबह गांव पहुंचेगा और पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा. उनके शौर्य और बलिदान को लेकर पूरे गांव में शोक के साथ गर्व का माहौल है.
चार भाईयों में दूसरे नंबर पर थे शहीद सत्यवान
सत्यवान सिंह चार भाइयों में दूसरे नंबर पर थे. पिता प्रेम सिंह किसान हैं, जबकि बड़े भाई शत्रुघ्न सिंह आईटीबीपी में तैनात हैं. बाकी दोनों भाई खेती करते हैं.
ग्रामवासियों और प्रशासन की मौजूदगी में रविवार को सत्यवान सिंह को अंतिम विदाई दी जाएगी. शहीद की शहादत हमेशा याद रखी जाएगी, जिन्होंने देश के लिए प्राणों की आहुति दी.
उत्तर प्रदेश नवीनतम अपडेट्स के लिए ज़ी न्यूज़ से जुड़े रहें! यहाँ पढ़ें UP News और पाएं हर पल की जानकारी । उत्तर प्रदेश की हर ख़बर सबसे पहले आपके पास, क्योंकि हम रखते हैं आपको हर पल के लिए तैयार। जुड़े रहें हमारे साथ और बने रहें अपडेटेड !