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Mana Avalanche: माणा हादसे में चार मजदूरों की मौत, अब तक 33 लोगों को सुरक्षित निकाला गया

Chamoli Avalanche  Updates: बद्रीनाथ धाम में बर्फबारी के कारण शुक्रवार सुबह ग्लेशियर टूट गया. इससे 55 मजदूर बर्फ के नीचे दब गए. रेस्क्यू अभी चल रहा है. इस हादसे में चार लोगों की मौत हो गई है.  सीएम धामी ने अधिकारियों के साथ बैठक की. जानें हर एक अपडेट  

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 Mana Avalanche: माणा हादसे में चार मजदूरों की मौत, अब तक 33 लोगों को सुरक्षित निकाला गया
Preeti Chauhan|Updated: Mar 01, 2025, 02:41 PM IST
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Badrinath Dham Avalanche News: उत्तराखंड के बद्रीनाथ में भारी बर्फबारी के बाद ग्लेशियर टूटने से इसकी चपेट में 55 श्रमिक आ गए. अब तक 50 श्रमिकों को रेस्क्यू कर लिया गया है. 5 मजदूरों के लिए अभियान जारी है.अधिक बर्फबारी से 5 ब्लॉक में बिजली भी नही है.  200 से ज्यादा लोग रेस्क्यू अभियान में जुटे हैं.  23 लोगों को माणा से जोशीमठ लाया गया है. कुछ लोगों को चोटें लगी हैं. पीएम मोदी ने पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली और हर सम्भव मदद का भी भरोसा दिया है. अधिक ऊंचाई वाले स्थानों के लिए निर्देश दिए गए है कि जहां पर काम चल रहे है उन जगहों पर काम को रोका जाए. जो पर्यटक उत्तराखंड आ रहे हैं वह मौसम को देखते हुए ही उत्तराखंड आने का प्लान करें. हादसे में चार लोगों की मौत हो गई है.

राहत की खबर यह है कि 33 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है. शेष 7 को निकालने की कोशिश जारी है. सीएम पुष्कर सिंह धामी शुक्रवार को जोशीमठ पहुंचे और हवाई सर्वेक्षण किया. सीएम पुष्कर सिंह धामी ने चमोली जिले के माणा में हिमस्खलन की घटना के बाद चल रहे बचाव अभियान की समीक्षा के लिए चमोली डीएम के साथ बातचीत की. मुख्यमंत्री धामी शनिवार को बद्रीनाथ पहुंचे और घायल मजदूरों का हाल-चाल जाना.  बद्रीनाथ धाम में आईटीबीपी आर्मी की ओर से चलाए जा रहे सर्च ऑपरेशन का जायजा लिया. बद्रीनाथ धाम में मौजूद आइटीबीपी, आर्मी की टीम रातभर रेस्क्यू किया. सुबह 14 मजदूर रेसक्यू किए गए.  घायल मजदूर जोशीमठ लाए जा रहे हैं.

चमौली-माणा हिमस्खलन अपडेट
कुल फंसे मजदूर - 55
रेस्क्यू किये गये मजदूर- 33
शेष मजदूर - 22

राहत कार्यों के लिए Mi-17 हेलीकॉप्टर तैयार
भारतीय वायुसेना ने उत्तराखंड के चमोली जिले में राहत कार्यों के लिए अपने मध्यम-लिफ्ट हेलिकॉप्टर Mi-17 V5s और हल्के हेलीकॉप्टरों को तैयार रखा है. जैसे ही मौसम में सुधार होगा, भारतीय वायुसेना स्थानीय प्रशासन के साथ समन्वय करके राहत कार्यों के लिए अपनी सामग्रियाँ तैनात करने के लिए तैयार हो जाएगी.

मजदूरों को बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. उत्तराखंड, जम्मू कश्मीर, पंजाब ,उत्तर प्रदेश और बिहार के हैं मजदूर ,आज मौसम साफ होने पर मुख्यमंत्री पुष्कर धामी भी घटनास्थल पर,पहुंचेंगे. प्रधानमंत्री गृहमंत्री और रक्षा मंत्री ने भी घटना की पूरी जानकारी ली. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन को मॉनिटर कर रहे हैं. रेस्क्यू के पहले दिन चार घंटे के भीतर दो बार आपदा प्राधिकरण के कंट्रोल रूम में पहुंचकर हालात का जायजा लिया.  आज मौसम ठीक होते ही रेस्क्यू हेलीकॉप्टर से भी शुरू होगा. गंभीर घायलों को हेलीकॉप्टर से एम्स ऋषिकेश और देहरादून लाने की होगी तैयारी

अभी तक 33 लोगों को बचाया गया
उत्तराखंड सरकार के मुताबिक, चमोली जिले के माणा में हुए हिमस्खलन से 33 लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया है.

उत्तराखंड के सीएम पुष्कर धामी  मौसम साफ़ होते ही माना रेस्क्यू स्थल के लिए रवाना होंगे. सीएम धामी ने चमोली जिले के माणा गांव के पास हुए हिमस्खलन की जानकारी लेते हुए राहत एवं बचाव कार्यों की समीक्षा की.
मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को देर रात राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र, आईटी पार्क पहुंचकर अधिकारियों के साथ बैठक कर समीक्षा की और रेस्क्यू अभियान में तेजी लाने के निर्देश दिए.

जोशीमठ में भी आपदा कंट्रोल रूम की स्थापना
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि सर्च ऑपरेशन तेजी से चलाए जाए। उन्होंने कहा जोशीमठ में भी आपदा कंट्रोल रूम बनाने की बात कही. उन्होंने कहा एनडीआरएफ, एस.डी.आर.एफ ,आईटीबीपी सेना आपसी सहयोग से बर्फ हटाने का कार्य तेजी से करें।  जिन श्रमिकों को निकाला गया है उनका विशेष ख्याल रखा जाए.  उन्होंने माणा स्थित हेलीपैड को प्राथमिकता से खोले जाने के निर्देश दिए.  मुख्यमंत्री ने जोशीमठ स्थित आर्मी अस्पताल,जिला अस्पताल, एम्स ऋषिकेश तक सभी अस्पतालों में पर्याप्त व्यवस्था करने के भी निदेश दिए. उन्होंने कहा एम-आई 17 की मदद से घायलों को लिफ्ट करने की भी पूरी तैयारी की जाए.

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