Greater Noida News: ग्रेटर नोएडा में जल्द ही जेवर एयरपोर्ट शुरू होने वाला है. जिसका असर रियल स्टेट पर पड़ रहा है. इस इलाके में तेजी से रियल स्टेट और आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिल रहा है. हालांकि, योगी सरकार इससे भी कहीं बड़ी प्लानिंग कर रही है. रिपोर्ट के मुताबिक, जेवर एयरपोर्ट के विकास के साथ-साथ नोएडा में 56 हजार हेक्टेयर में योगी सरकार बड़े स्तर पर शहर के विस्तारीकरण की प्लानिंग कर रही है. इसके तहत अगले 10 सालों में 5 नए शहर या टाउनशिप प्रोजेक्ट तैयार किए जाएंगे.
प्रॉपर्टी का रेट हुआ दोगुना
नोएडा और उसके आसपास के इलाकों में प्रॉपर्टी के रेट बढ़ गए हैं. हाउसिंग सोसाइटी हो या फिर इंडस्ट्रियल एरिया दोनों की प्रॉपर्टियों में इजाफा देखने को मिल रहा है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पिछले तीन सालों में इस इलाके में प्रॉपर्टी का रेट दोगुना हो गया है. नोएडा एक्सप्रेसवे के साथ प्रीमियम आवासीय परियोजनाएं अब 2 करोड़ रुपये से लेकर 10 करोड़ रुपये तक के लग्जरी अपार्टमेंट बेच रही हैं.
आ चुकी हैं कई बड़ी कंपनियां
रिपोर्ट्स की मानें तो सैमसंग, एलजी और होंडा जैसी कंपनियों के साथ-साथ माइक्रोसॉफ्ट, टीसीएस और इंफोसिस जैसी प्रमुख टेक्निकल कंपनियां भी नोएडा में हैं, जिससे इन महत्वाकांक्षी योजनाओं को आगे बढ़ाने का भरोसा मिला है. यह शहरी विकास मुख्य रूप से यमुना एक्सप्रेसवे के साथ है, जहां एयरपोर्ट है. यह नोएडा, मथुरा, आगरा और बुलंदशहर के बीच के क्षेत्र को एक निरंतरता बना देगा, जिससे व्यापार के लिए कई नए क्षेत्र खुलेंगे.
ये हैं 5 नए टाउनशिप
जो पांच टाउनशिप तैयार किए जाएंगे, उनमें दादरी-नोएडा-गाजियाबाद निवेश क्षेत्र (DNGIR) या न्यू नोएडा, हेरिटेज सिटी, न्यू आगरा, टप्पल-बाजना और आईआईटीजीएन हैं. न्यू नोएडा और आईआईटीजीएन, जो डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के पास हैं, उसको औद्योगिक केंद्रों के रूप में योजनाबद्ध किया गया है. जबकि, हेरिटेज सिटी धार्मिक पर्यटन और ब्रज संस्कृति को ध्यान में रखते हुए तैयार किया जाएगा. न्यू आगरा का उद्देश्य ताज के शहर में एक पर्यटन जिला जोड़ना है. टप्पल-बाजना को भी एक इंडस्ट्रियल टाउनशिप के रूप में योजनाबद्ध किया गया है.
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क्या होगा टाउनशिप में खास?
करीब 209 वर्ग किलोमीटर में फैले नए नोएडा में 80 गांव शामिल हैं. बुलंदशहर में 60 और गौतम बुद्ध नगर के 20 गांव शामिल हैं. यह दिल्ली-मुंबई औद्योगिक गलियारे (DMIC) का एक अहम हिस्सा है. यह मास्टर प्लान परियोजना चार चरणों में पूरा होगा. जिसके 3165 हेक्टेयर क्षेत्र को पूरा करने का लक्ष्य 2027 तक का रखा गया है. जबकि, 3798 हेक्टेयर क्षेत्र 2027 से 2032 के बीच विकसित होगा. इंटीग्रेटेड इंडस्ट्रियल टाउनशिप ग्रेटर नोएडा (IITGN) MMLH और MMTH के साथ मुख्य रूप से एक औद्योगिक क्षेत्र होगा, जिसमें एक आवासीय क्षेत्र भी शामिल किया जाएगा.
सरकार का क्या है प्लान?
रिपोर्ट्स की मानें तो राया हेरिटेज सिटी के लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू की जाएगी. यह सिटी 750 हेक्टेयर में फैली हुई है. यमुना एक्सप्रेसवे प्राधिकरण द्वारा विकसित इस परियोजना में लक्जरी और बजट होटल (46 एकड़), यमुना वाटरफ्रंट, थीम-आधारित केंद्र (350 एकड़), पार्क, कन्वेंशन सेंटर और बहुत कुछ शामिल होंगे. 364 एकड़ में फैले टप्पल-बाजना लॉजिस्टिक्स पार्क का निर्माण तीन चरणों में होगा. इसकी कुल लागत 1,040 करोड़ रुपये बताई जा रही है. न्यू आगरा का विकास एत्मादपुर तहसील में किया जाएगा, जिसके लिए 60 गांवों की जमीनें ली जाएंगी.
इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य आगरा की ऐतिहासिक धरोहर को बनाए रखना और आधुनिक सुविधाओं का निर्माण करना है. 105,000 हेक्टेयर में फैला यह प्रोजेक्ट चार प्रमुख क्षेत्रों उद्योग, पर्यावरण, विरासत और परिवहन पर फोकस रहने वाला है.
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