Dudheshwar Nath Temple: आज सावन महीने का पहला सोमवार है. गाजियाबाद में स्थित दूधेश्वर महादेव मंदिर में भी बाबा के भक्तों का सैलाब उमड़ा है. दूर-दूर से श्रद्धालुओं ने आकर शिवजी का जलाभिषेक किया. सुबह से ही मंदिरों में लंबी-लंबी कतारें देखने को मिलीं. इस दौरान पुलिस भी मुस्तैद नजर आई. अव्यवस्था से बचने के लिए के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए.
दूधेश्वर नाम मंदिर का इतिहास
यूपी के गाजियाबाद जिले में स्थित दूधेश्वरनाथ प्राचीन शिव मंदिर है. इसका इतिहास रावणकाल से जुड़ा है. पौराणिक कथाओं के अनुसार, रावण के पिता ऋषि विश्रवा ने यहां भगवान शिव की कठोर तपस्या की थी. मान्यता है कि रावण ने भी इसी स्थान पर भगवान शिव की पूजा की थी. यह मंदिर 'हिरण्यगर्भ महादेव मंदिर मठ' के रूप में भी जाना जाता है. कहा जाता है कि भगवान शिव स्वयं यहां शिवलिंग के रूप में प्रकट हुए थे.
रूट डायवर्जन पहले ही हुआ था जारी
अव्यवस्थाओं से बचने के लिए गाजियाबाद पुलिस ने पहले ही रूट डायवर्जन प्लान जारी कर दिया था. दूधेश्वर नाथ मंदिर में हजारों श्रद्धालुओं के पहुंचने के चलते पुलिस ने वहां बैरिकेडिंग कर वाहनों की आवाजाही पूरी तरह बंद कर दी है. भक्तों को लाइन में लाने के लिए बैरिकेडिंग से रास्ता बनाया गया है. पूरे क्षेत्र में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, जिनसे पुलिस कंट्रोल रूम हर जगह पर नजर रख रही है.
उमड़ेगी कांवड़ियों की भीड़
आज से कांवड़ियों की संख्या बहुत बढ़ जाएगी. इसे देखते हुए सुरक्षा और यातायात के लिए सख्त इंतजाम किए गए हैं. हजारों कांवड़िए हरिद्वार से गंगा जल लाकर अपने शिव मंदिरों में शिवजी का जलाभिषेक करते हैं.
सावन का महीना कब तक
बता दें कि हिंदू पंचाग के मुताबिक इस साल सावन महीने की शुरुआत 11 जुलाई से हो चुकी है जो 8 अगस्त तक रहेगा. श्रावण मास को भगवान शिव और चंद्रदेव का महीना महीना माना जाता है. वैसे तो पूरा मास ही शुभ होता है लेकिन इनमें शिव जी के प्रिय दिन सोमवार का विशेष महत्व होता है.
(IANS इनपुट के साथ)