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IITian की सुपारी से थर्राया गाजियाबाद! 500 करोड़ के 'लाइक घोटाले' में गवाह की हत्या की साजिश

Ghaziabad Hindi News: 500 करोड़ रुपये के बहुचर्चित वेबवर्क पोंजी स्कीम 'लाइक घोटाले' में अब एक ऐसा खुलासा हुआ है, जिसने सभी को चौंका दिया है. इस हाई-प्रोफाइल घोटाले में गवाही से पहले ही मुख्य गवाह की हत्या की साजिश रचने का आरोप एक ऐसे व्यक्ति पर लगा है, जो कभी IIT रुड़की का छात्र था.

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Ghaziabad Police arrested shooters
Ghaziabad Police arrested shooters
Shailesh Yadav|Updated: Jul 07, 2025, 01:46 PM IST
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Ghaziabad Latest News: देश के सबसे चर्चित ऑनलाइन ठगी घोटालों में से एक  500 करोड़ की 'वेबवर्क' पोंजी स्कीम  में अब एक ऐसा सनसनीखेज मोड़ आ गया है, जिसने पुलिस से लेकर अदालत तक सबको हिलाकर रख दिया है. जिस शख्स पर आरोप है, वो कोई मामूली अपराधी नहीं बल्कि IIT रुड़की का पूर्व छात्र अनुराग गर्ग है, जिसने गवाह की हत्या के लिए शूटर्स को सुपारी दी थी. 

पुलिस मुठभेड़ के बाद दो शूटरों की गिरफ्तारी से खुलासा हुआ कि अनुराग गर्ग नाम के आरोपी ने कोर्ट में गवाही देने जा रहे गवाह अमित किशोर जैन की हत्या की सुपारी दी थी. चौंकाने वाली बात ये है कि अनुराग ने खुद बेल तुड़वाकर दोबारा जेल जाने का ड्रामा किया, ताकि किसी को उस पर शक न हो.

बॉलीवुड स्टार्स से करवाया प्रचार
अनुराग गर्ग ने 2017 में “वेबवर्क” नामक एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म लॉन्च किया था, जहां लोगों को सोशल मीडिया पर "लाइक" के बदले पैसे कमाने का लालच दिया गया. इस स्कीम के जरिये देशभर के हजारों लोगों से करीब 500 करोड़ की ठगी की गई. लोगों का भरोसा जीतने के लिए अनुराग ने बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान और नवाजुद्दीन सिद्दीकी से कंपनी का प्रचार भी करवाया था.

17 जून को हुआ हमला
गवाह अमित किशोर जैन जुलाई में कोर्ट में गवाही देने वाला था, लेकिन उससे पहले ही 17 जून को उस पर गाजियाबाद में हमला हुआ. दो युवकों ने उसे गोली मारने की कोशिश की, लेकिन गोली सीधे नहीं लगने की वजह से वह बच गया. जांच में सामने आया कि ये दोनों शूटर – अमित यादव और अश्वनी – अग्निवीर भर्ती की तैयारी कर रहे थे.

मुठभेड़ के बाद गिरफ्तारी
गाजियाबाद पुलिस ने मुठभेड़ में दोनों शूटरों को घायल अवस्था में पकड़ लिया. इनके साथ हत्या की साजिश में शामिल दो और लोगों को भी गिरफ्तार किया गया है. पूछताछ में जो नाम सामने आया, उसने पुलिस को भी चौंका दिया  प्रियांशु गौतम, जो सिर्फ 12वीं पास है लेकिन बुलंदशहर में एक स्कूल चलाता है और इस साजिश में अहम भूमिका निभा रहा था.

जेल में बनी थी साजिश
डीसीपी ट्रांस हिंडन निमिष पाटिल के अनुसार, ये पूरी साजिश जेल में रहते हुए रची गई थी. अनुराग गर्ग को जैसे ही बेल मिली, उसने बाहर आकर गवाह की हत्या की सुपारी दी और फिर खुद दोबारा जेल चला गया ताकि शक न हो.

आगे खुल सकते हैं और नाम
फिलहाल पुलिस और जांच एजेंसियां इस मामले को एक बड़ी साजिश मानते हुए गहराई से जांच कर रही हैं. अंदेशा है कि पूछताछ के दौरान कुछ और हाई-प्रोफाइल नामों का खुलासा हो सकता है.

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