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गाजियाबाद के दर्जनों गांवों का होगा नोएडा जैसा विकास, नया मास्टर प्लान लागू, डासना-लोनी से मोदीनगर-मुरादनगर तक बदलेगा लैंड यूज

Ghaziabad News: मास्टर प्लान 2031 के अनुसार गाजियाबाद के विकास को रफ्तार देने के लिए जीडीए शहर को 15 जोन में विभाजित करेगा, जिससे शहर के कई इलाकों में स्थित 130 हेक्टेयर जमीन का लैंडयूज भी बदल जाएगा. 

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गाजियाबाद के दर्जनों गांवों का होगा नोएडा जैसा विकास, नया मास्टर प्लान लागू, डासना-लोनी से मोदीनगर-मुरादनगर तक बदलेगा लैंड यूज
Pradeep Kumar Raghav |Updated: Mar 15, 2025, 11:56 PM IST
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Ghaziaabd News: गाजियाबाद में विकास कार्यों को तेज करने के लिए जीडीए (गाजियाबाद विकास प्राधिकरण) ने शहर को 15 जोन में बांटने की तैयारी कर ली है. अभी तक प्राधिकरण क्षेत्र 8 जोन में विभाजित था, लेकिन अब इसे और व्यवस्थित करने के लिए नए जोन बनाए जाएंगे. इसके लिए सलाहकार नियुक्त करने की प्रक्रिया जारी है, जिससे शहर में विकास कार्यों को तेजी से आगे बढ़ाया जा सकेगा.

शहर को सुव्यवस्थित करने की योजना
गाजियाबाद विकास प्राधिकरण का वर्तमान दायरा 184 गांवों और 3,889 हेक्टेयर जमीन तक फैला हुआ है. अभी इंजीनियरिंग, संपत्ति और प्रवर्तन से जुड़ी टीमें अलग-अलग क्षेत्रों में काम कर रही हैं, लेकिन नए मास्टर प्लान 2031 के तहत प्राधिकरण का दायरा बढ़कर 12,000 हेक्टेयर हो जाएगा. इसे ध्यान में रखते हुए शहर को 15 जोन में बांटने का प्रस्ताव तय किया गया है. 

पिछले दिनों जीडीए की बोर्ड बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई थी. अब जल्द ही सलाहकार नियुक्त करने के लिए टेंडर जारी किया जाएगा,  जो शहर को 15 जोन में विभाजित करने का सर्वे और योजना तैयार करेगा. इससे विकास कार्यों को और व्यवस्थित तरीके से किया जा सकेगा. 

नए मास्टर प्लान से बदलेगा भू-उपयोग  
मास्टर प्लान 2031 लागू होने के बाद गाजियाबाद, डासना, मोदीनगर, मुरादनगर और लोनी क्षेत्र में करीब 130 हेक्टेयर जमीन का भू-उपयोग बदला जाएगा.  इसमें-  
- गाजियाबाद और डासना में 50 हेक्टेयर  
- मोदीनगर और मुरादनगर में 60 हेक्टेयर,  
- और लोनी में 20 हेक्टेयर जमीन शामिल होगी  

इस बदलाव के बाद यह जमीन आवासीय, व्यावसायिक और औद्योगिक क्षेत्र के रूप में विकसित की जाएगी, जिससे शहर के विकास को नई दिशा मिलेगी. इस नई योजना से गाजियाबाद का बुनियादी ढांचा मजबूत होगा, ट्रैफिक जाम की समस्या कम होगी और सुविधाएं व्यवस्थित तरीके से लोगों तक पहुंचेंगी. 

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