Ambedkarnagar News: अंबेडकरनगर में चौंकाने वाला मामला सामने आया है. 11 साल से बंद पड़े एक घर में खजाना मिला है. घर का दरवाजा खोलते ही नोटों की गड्डी बिखरी पड़ी मिली. यह नजारा देख अफसर भी दंग रह गए. फिलहाल 22 लाख रुपये की नकदी बरामद की गई है. पांच और हजार की नोटों को ट्रेजरी में जमा कराया गया है.
10 साल पहले सीएमओ की हो गई संदिग्ध परिस्थितियों में मौत
दरअसल, अंबेडकरनगर में करीब 10 साल पहले 29 जनवरी 2014 को एसीएमओ बीएन तिवारी आवास में मृत पाए गए थे. एसीएमओ बीएन तिवारी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के बाद उनके आवास को सील कर दिया गया था. इसके बाद न तो मृतक एसीएमओ बीएन तिवारी के परिवार से कोई आया और न ही विभाग को इसे खोलने की आवश्यकता महसूस हुई. करीब एक दशक तक इस आवास में ताला लगा रहा. इस बीच आधा दर्जन से अधिक सीएमओ आए और चले गए, लेकिन इस तरफ किसी की नजर नहीं गई.
आवास मरम्मत कराने के फैसला
इसी आवास के ऊपर तल पर एसीएमओ का आवास है. नए सीएमओ डॉ. संजय कुमार शैवाल ने इस आवास की मरम्मत कराने का निर्णय लिया. विभागीय अभिलेख खंगाले गए तो इस आवास को सील करने का कोई कागज नहीं मिला, फिर पुलिस विभाग से पता किया तो जानकारी हुई कि वहां भी कोई अभियोग इस मामले में पंजीकृत नहीं है. इसके बाद जिलाधिकारी से अनुमति लेकर टीम बनाकर ताला वीडियोग्राफी के बीच तुड़वाया गया.
अंदर का नजारा देख दंग रह गए लोग
कमरे के अंदर का नजारा देख अफसर दंग रहे गए. अन्य सामान के साथ बिस्तर के नीचे और अलमारी में 22 लाख 48 हजार रुपये रखे मिले, ये नोट पुराने एक हजार और पांच सौ रुपये के थे, जो 2016 में नोटबंदी के बाद चलन से बाहर कर दिए गए हैं. इन रुपयों को ट्रेजरी में जमा करा दिया गया है. इतनी बड़ी रकम नगदी के रूप में आवास में क्यों रखी गई? इसकी वजह किसी को नहीं पता.
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