Gorakhpur Link Expressway: जल्दी ही गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के खुलने का इंतजार जल्द खत्म होने जा रहा है. इसको लेकर बड़ी गुडन्यूज सामने आ रही है.गोरखपुर को पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से जोड़ने वाला गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे अब लगभग तैयार हो चुका है. यानी अब बस कुछ दिन बाद ही गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे पर वाहन फर्राटा भरते हुए दिखाई देंगे.
किन जिलों को सीधा फायदा
इसके बन जाने से गोरखपुर, अंबेडकरनगर, संतकबीरनगर और आजमगढ़ जिलों को सीधा फायदा मिलेगा. अभी इसे 4 लेन में बनाया गया है, लेकिन आगे चलकर इसे 6 लेन तक किया जा सकता है.
गोरखपुर से लखनऊ जाने में डेढ़ घंटा बचेगा
इस एक्सप्रेसवे के शुरू होने से गोरखपुर से लखनऊ जाने में अब लगभग डेढ़ घंटे बचेंगे. अभी गोरखपुर से लखनऊ पहुंचने में करीब साढ़े पांच घंटे लगते हैं. लेकिन गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे बनने के बाद यह सफर सिर्फ 4 घंटे या उससे भी कम समय में पूरा हो सकेगा. पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के ज़रिए गोरखपुर और लखनऊ के बीच की दूरी लगभग 300 किलोमीटर है. इस एक्सप्रेसवे से गोरखपुर से लखनऊ, आगरा और दिल्ली आने-जाने में भी कम समय लगेगा.
कब तक काम होगा पूरा
यह एक्सप्रेसवे गोरखपुर के जैतपुर से शुरू होकर आजमगढ़ के सलारपुर में पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से जुड़ता है. 91.35 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेसवे का काम 15 जून तक पूरा होने की उम्मीद है.।इस पूरे प्रोजेक्ट पर 7 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च हुए हैं.
कितना काम बाकी
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के खजनी इलाके में सिर्फ 1 किलोमीटर सर्विस लेन पर डामर बिछाना बाकी है. कम्हरियाघाट पुल के नजदीक सड़क पर बोल्डर बिछाने का काम शुरू हो गया है. यूपी प्रशासन ने बचे हुए काम को पूरा करने के लिए यूपीडा को 60 करोड़ रुपये दिए हैं. माना जा रहा है कि कम्हरियाघाट पुल के पास की सड़क की मरम्मत एक हफ्ते में पूरी हो जाएगी.
कहां बने इंटरचेंज
इंटरचेंज सरया तिवारी, सिकरीगंज, हरनह और बेलघाट में बनाए गए हैं. इंटरचेंज, टोल प्लाजा और सर्विस रोड का काम पूरा हो गया है. इसके अलावा, कम्हरियाघाट में सरयू नदी की धारा को मोड़ने का काम भी लगभग पूरा हो गया है. बता दें कि गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे बनाने की घोषणा साल 2018 में की गई थी और इसका निर्माण 2019 में शुरू हो गया था.