नागेन्द्र मणि त्रिपाठी/गोरखपुर: अगर आप हाईवे पर वाहन चलाते हुए रफ्तार के शौकीन हैं तो जरा संभल कर वाहन चलाएं. वरना ट्रैफिक पुलिस की कार्रवाई के शिकार हो सकते हैं. पूर्वांचल लिंक एक्सप्रेसवे की जिसपर तेज रफ्तार वाहनों के खिलाफ पुलिस ने स्पीड रडार गन का इस्तेमाल किया. छोटे चार पहिया वाहनों के लिए 100 किमी प्रति घंटा और भारी वाहनों के लिए 80 किमी प्रति घंटा की गति सीमा का उल्लंघन करने वाले 6 वाहनों का मौके पर भी चालान काटे गए.
ट्रैफिक पुलिस ने चलाया अभियान
गोरखपुर शहर की यातायात व्यवस्था को सुधारने और सड़क हादसों पर अंकुश लगाने के लिए यातायात पुलिस ने अभियान चलाया. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर और पुलिस अधीक्षक यातायात के नेतृत्व में लिंक एक्सप्रेसवे से लेकर शहर के भीतरी इलाकों तक सघन चेकिंग की गई, जिसमें ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों पर सख्त कार्रवाई की गई है. छोटे चार पहिया वाहनों के लिए 100 किमी प्रति घंटा और भारी वाहनों के लिए 80 किमी प्रति घंटा की गति सीमा का उल्लंघन करने वाले 6 वाहनों का मौके पर चालान काटा गया.
नियमित होगी चेकिंग
पुलिस अधीक्षक यातायात ने बताया कि एक्सप्रेसवे पर ऐसी चेकिंग अब नियमित होगी, ताकि तेज रफ्तार के कारण होने वाली दुर्घटनाओं को रोका जा सके. शहर के भीतरी हिस्सों में भी पुलिस ने ट्रैफिक नियमों की अनदेखी करने वालों पर नकेल कसी. बिना जोन स्टीकर, बिना पंजीकरण और बिना लाइसेंस के चल रहे 122 ई-रिक्शाओं को मोटर वाहन अधिनियम के तहत सीज किया गया.इसके अलावा, हेलमेट न पहनने, गलत दिशा में वाहन चलाने, ओवरलोडिंग और अन्य उल्लंघनों के लिए 938 वाहनों के चालान किए गए.
क्या बोले ट्रैफिक पुलिस अधीक्षक?
पुलिस अधीक्षक यातायात ने कहा, “यह अभियान निरंतर जारी रहेगा.ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा.” उन्होंने नागरिकों से अपील की कि वे यातायात नियमों का पालन करें, हेलमेट पहनें, गति सीमा का ध्यान रखें और सड़कों को सुरक्षित बनाने में सहयोग करें.ट्रैफिक पुलिस की यह कार्रवाई शहरवासियों के लिए एक सख्त संदेश है कि यातायात नियमों का पालन न केवल कानूनी जिम्मेदारी है, बल्कि सड़कों पर सुरक्षित यात्रा करने के लिए जरूरी भी है.
शहर के चौराहों पर चला विशेष अभियान
सड़क सुरक्षा को लेकर गोरखपुर यातायात पुलिस ने सोमवार को भी शहर के प्रमुख चौराहों और सड़कों पर एक विशेष अभियान चलाया. इस अभियान का मुख्य उद्देश्य शहर की यातायात व्यवस्था को सुचारु बनाए रखना और सड़क दुर्घटनाओं पर प्रभावी नियंत्रण करना था.अभियान के दौरान शहर के विभिन्न इलाकों में नो पार्किंग जोन में खड़े वाहनों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की गई. यातायात पुलिस ने सड़क किनारे अवैध रूप से खड़े वाहनों को हटवाया और अतिक्रमण को साफ कराया.बिना जोन स्टिकर, बिना रजिस्ट्रेशन और बिना ड्राइविंग लाइसेंस के चल रहे ई-रिक्शा व ऑटो चालकों पर भी शिकंजा कसा गया.कुल 122 ई-रिक्शा चालकों के खिलाफ मोटर वाहन अधिनियम (एमवी एक्ट) के तहत कार्रवाई की गई.