Bird Flu Alert in UP: गोरखपुर: गोरखपुर के शहीद अशफाक उल्ला खां चिड़ियाघर में हाल के दिनों में हुई बाघिन शक्ति और भेड़िया भैरवी की मौत कैसे हुई इसका कारण सामने आ गया है. भोपाल के राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशुरोग संस्थान की रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि दोनों की मौत बर्ड फ्लू (एवियन इन्फ्लूएंजा) के कारण हुई. इस खबर ने चिड़ियाघर प्रशासन के साथ-साथ पूरे शहर को अलर्ट मोड पर ला दिया है, क्योंकि यह खतरनाक वायरस अन्य जानवरों और संभावित रूप से इंसानों में भी फैल सकता है. जानकारी के अनुसार, लोगों के चिड़ियाघर अब 21 मई को खुलेगा.
सीएम योगी ने दिए निर्देश
बर्ड फ्लू के खतरे को देखते हुए सीएम योगी एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की है. सीएम योगी ने अधिकारियों को बर्ड फ्लू के संभावित खतरे को गंभीरता से लेते हुए राज्य के सभी चिड़ियाघरों में अधिकतम सतर्कता लागू करने का निर्देश दिया है. उन्होंने निर्देश दिए हैं कि प्रदेश के समस्त प्राणी उद्यानों, पक्षी विहारों, नेशनल पार्कों, वेटलैंड क्षेत्रों और गो-आश्रय स्थलों में संरक्षित पशु-पक्षियों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता पर सुनिश्चित की जाए. इस संक्रमण को रोकने के लिए केंद्र और राज्य सरकार की गाइड लाइनों के अनुरूप सभी आवश्यक कदम तत्परता से उठाए जाएं. योगी सरकार ने गोरखपुर में स्थित शहीद अशफाक उल्ला खां प्राणि उद्यान में मृत बाघिन में बर्ड फ्लू की पुष्टि के बाद लखनऊ कानपुर व गोरखपुर चिड़ियाघर के साथ ही इटावा लायन सफारी को अगले सात दिनों के लिए बंद कर दिया है.
विसरा जांच में की बर्ड फ्लू की पुष्टि
राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशुरोग संस्थान भोपाल ने बाघिन शक्ति की विसरा जांच में की बर्ड फ्लू की पुष्टि की है. अन्य वन्यजीवों के चपेट में आने की आशंका है. चिड़ियाघर में पांच मई को भेड़िया भैरवी और सात मई को बाघिन शक्ति की एक ही जैसे ही मौत हुई थी.
बर्ड फ्लू की दस्तक से हड़कम्प
गोरखपुर के शहीद अशफाक उल्ला खान प्राणी उद्यान में बर्ड फ्लू की दस्तक से हड़कम्प मचा हुआ है. बर्ड फ्लू की दस्तक के बाद चिड़ियाघर प्रशासन ने प्राणी उद्यान को अनिश्चितकालीन समय के लिए बंद कर दिया है. बीते दिनों में एक बाघिन और एक भेड़िए की मौत हुई थी. चिड़ियाघर प्रशासन ने उनके बिसरे को जांच के लिए भेजा था.
बाड़ों और पिजड़ों में सैनिटाइजेशन
आज से चिड़ियाघर के मुख्य द्वार पर नोटिस के माध्यम से आने वाले लोगों को यह जानकारी प्राप्त हो रही है की चिड़ियाघर बंद है. चिड़ियाघर के अंदर विभिन्न बाड़ों और पिजड़ों में सैनिटाइजेशन का कार्य किया जा रहा है. जिसकी वजह से ना ही कोई चिड़ियाघर में जा सकता है और ना ही चिड़ियाघर का कोई कर्मचारी बाहर निकल सकता है. फिलहाल इस पूरे मामले में चिड़ियाघर प्रशासन का कोई भी उच्च अधिकारी कैमरे पर कुछ भी बोलने से साफ मना कर रहा है.
कानपुर प्राणि उद्यान बंद
इस स्थिति को देखते हुए उच्च स्तर से प्राप्त निर्देशों के अनुसार कानपुर प्राणि उद्यान को सुरक्षा उपाय के तौर पर बंद करने का निर्णय लिया गया है. चिड़ियाघर 13 मई से 19 मई 2025 तक बंद रहेगा. प्रशासन ने इस दौरान आम जनता से चिड़ियाघर न आने की अपील की है. यह कदम जानवरों और आगंतुकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है.
निदेशक चिड़ियाघर ने बताया कि कानपुर चिड़ियाघर में लाए गए शेर पटौदी में ब्लड, लीवर और पैंक्रियाज में इंफेक्शन पाया गया है. फिलहाल उसकी ब्लड रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है. उसे ड्रिप के ज़रिए पौष्टिक आहार दिया जा रहा है. वह पानी पी रहा है और रविवार से अब तक करीब 1 किलो मांस खाया है. गौरतलब है कि इससे पहले गोरखपुर चिड़ियाघर में एक बाघिन की मौत बर्ड फ्लू के कारण हो चुकी है. ऐसे में कानपुर चिड़ियाघर प्रशासन कोई रिस्क नहीं लेना चाहता.
लखनऊ नवाब वाजिद अली शाह प्राणि उद्यान अस्थायी रूप से बंद
लखनऊ के नवाब वाजिद अली शाह प्राणि उद्यान (चिड़ियाघर) को 14 मई से सात दिनों के लिए अस्थायी रूप से बंद कर दिया जाएगा. यह फैसला गोरखपुर चिड़ियाघर में बाघिन की एच-5 एवियन इन्फ्लुएंजा (बर्ड फ्लू) से हुई मौत के बाद एहतियातन लिया गया है. हालांकि लखनऊ में अब तक बर्ड फ्लू का कोई भी मामला सामने नहीं आया है.